यह भी जानें

40 लाख के पिछले साल शहर में बिके थे हेलमेट

01 करोड़ का हो गया है इस साल हेलमेट का कारोबार

15 दिनों में ज्यादा हेलमेट बिकने से हुई है यह बढ़ोत्तरी

80 के करीब शहर में हैं हेलमेट की दुकानें

6 राउंड में ट्रैफिक व सिविल पुलिस चला रही अभियान

70 पुलिस कर्मियों का स्टाफ लगा है हेलमेट चेकिंग अभियान में

20 दिनों से लगातार चल रहा है अभियान

180 से ज्यादा हर दिन हो रहे वाहनों के चालान

8 पुलिस कर्मियों का स्टाफ लगाया गया है शमन शुल्क वसूलने में

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- अपनी सुरक्षा नहीं चेकिंग के डर से खरीद रहे, ब्रांडेड हेलमेट की बाजार में हो गई है शॉर्टेज

- अस्सी प्रतिशत लोगों ने शुरू किया हेलमेट लगाकर वाहन चलाना

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मनोज बेदी, बरेली

सड़क पर सुरक्षा बनाए रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस के अभियान का असर बरेलियंस पर दिखने लगा है। इस सख्ती से जहां टू व्हीलर्स चलाने वाले हेलमेट लगाने लगे हैं। वहीं, मंदी से जूझ रहा हेलमेट का कारोबार भी चमक उठा है। पिछले साल शहर में 40 लाख के हेलमेट बिके थे, जो बढ़कर अब एक करोड़ का हो गया है। यह बढ़ोत्तरी मात्र 15 दिनों में हुई है। हालत यह है कि ब्रांडेड हेलमेट की बाजार में शॉर्टेज हो गई है। एसएसपी मुनिराज जी की मानें तो शहर में बाइक चलाने वाले 80 प्रतिशत लोग हेलमेट लगाकर वाहन दौड़ा रहे है।

चालान का सता रहा है डर

इस्लामिया मार्केट में हेलमेट बेचने वाले शमुद्दीन का कहना है कि हेलमेट खरीदने वाला ग्राहक पुलिस से डरा हुआ है। वह कहता है कि दो सौ से तीन सौ रुपये का हेलमेट खरीदना ही सस्ते का सौदा है। अगर पुलिस ने हेलमेट के कारण बाइक रोक दी तो वह हेलमेट के साथ- साथ डीएल, गाड़ी के कागज, प्रदूषण, बीमे का भी चालान काट देगी। जिसका साफ मतलब है कि तीन से चार हजार रुपये जुर्माने के तौर पर खर्च होना तय है।

150 से 3 हजार रुपये तक के हेलमेट

बाजार में लोकल हेलमेट 150 रुपये से 7 सौ रुपये व ब्राडेंड कंपनियों के हेलमेट 8 सौ से शुरू होकर 3 हजार रुपये तक के बिक रहे हैं। हेलमेट बेचने वाले राहुल शर्मा का कहना है कि एक महीने पहले लोग मजबूत हेलमेट खरीदते थे। चेकिंग से पहले हेलमेट कम बिक रहे थे। लेकिन अब कारोबार बढ़ा है।

ट्रैफिक व सिविल पुलिस चला रही अभियान

एसएसपी के आदेश पर शहर में ट्रैफिक व सिविल पुलिस शहर के मेन चौराहों पर दिन में छह-छह राउंड बनाकर सिर्फ हेलमेट की चेकिंग कर रही हैं। बिना हेलमेट के वाहन चलाने पर पांच सौ रुपये के चालान हो रहा है।

किसी को नहीं छोड़ रहे

जो हेलमेट नहीं लगाए हैं, उनका चालान हो रहा है, फिर वो पुलिसकर्मी ही क्यों न हों। यह कहना है कि एसएसपी मुनिराज जी का। उन्होंने बताया कि अब तक बीस से ज्यादा दरोगा व अस्सी पुलिसकर्मियों के चालान काटे गए हैं। बिना हेलमेट के एक साल में ढाई सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।

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वर्जन-

चेकिंग से बचने के लिए हेलमेट खरीदने में लोग फॉर्मेलिटी कर रहे हैं, इसलिए सस्ता खरीद रहे हैं। सुरक्षित रहने के लिए मजबूत हेलमेट ख्ररीदना चाहिए।

- रियाज संचालक, फैंसी ऑटोमोबाइल

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पिछले बीस दिनों में ज्यादा हेलमेट बिक रहे हैं। ज्यादातर वही लोग हेलमेट खरीद रहे हैं, जिनका चालान हो गया है।

नरेंद्र आनंद, संचालक, युग ऑटोमोबाइल

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अभियान चलते रहना चाहिए

सुरक्षा की दृष्टि से हेलमेट लगाकर ही वाहन चलाना चाहिए। पुलिस को इस तरह के अभियान चलाते रहने चाहिए, ताकि अवेयर हो सकें।

- ध्रुव गोयल

- जब से हेलमेट का जुर्माना पांच गुना बढ़ा है, लोग अपने आप ही हेलमेट लगाकर चलने लगे हैं। यह जरूरी भी था।

- हेमंत व्यापारी

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- हर किसी का घर पर कोई न कोई इंतजार कर ही रहा होता है। इसलिए उसे बाइक चलाते वक्त हेलमेट जरूर पहनना चाहिए।

रजनीश

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वर्जन --

शहर में सड़क हादसों को रोकने के लिए हेलमेट चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। बिना वजह कोई पुलिस कर्मी किसी को परेशान करता है तो आप मुझसे ऑफिस में आकर शिकायत कर सकते हैं।

- मुनिराज जी, एसएसपी