- बुजुर्ग और कम पढ़े लिखे लोगों को बनाते थे शिकार

- बटन पुश कर एटीएम मशीन हैंग कर देते थे

- धोखे से बदल देते थे कार्ड और फिर एकाउंट से ट्रांजेक्शन कर लेते थे

LUCKNOW :

एटीएम कार्ड बदल कर खाते से रुपये निकालने वाले गैंग का हजरतगंज और साइबर सेल की टीम ने बुधवार को पर्दाफाश किया है। जालसाज मददगार बनकर एटीएम कार्ड बदलकर लोगों की मेहनत की कमाई उड़ा लेते थे। उनके कब्जे से कई बैकों के एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं। शातिरों ने लखनऊ समेत कई शहर में वारदात को अंजाम दिया है। वह बोलेरो गाड़ी से चलते थे। शातिर एटीएम मशीन का एक बटन दबाकर उसे हैंग कर देते थे और फिर वारदात को अंजाम देते थे।

कई शहरों में वारदात को दिया अंजाम

एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि आजमगढ़ निवासी वशिष्ठ सिंह, सुलतानपुर निवासी संजय कुमार, बृजेश कुमार और जौनपुर निवासी धर्मेद्र को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से चार मोबाइल फोन, 16 एटीएम कार्ड, एक गाड़ी और 16 हजार रुपये बरामद हुए हैं। एसएसपी ने बताया कि वशिष्ठ व उसके साथियों के निशाने पर बुजुर्ग और कम पढ़े लिखे लोग होते थे। उन्होंने बताया कि गैंग के सदस्य बस्ती में कई वारदात को अंजाम दे चुके हैं। साथ ही हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व दिल्ली में भी एटीएम कार्ड बदल कर ठगी की वारदात की है। एसएसपी ने साइबर सेल की टीम को दस हजार रुपये का इनाम दिया है।

2 मिनट के लिए हैंग करते थे मशीन

वशिष्ठ के मुताबिक एटीएम मशीन का यूज करने वाले ज्यादातर लोग दाहिने तरफ के बटन का ही इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में यह लोग मशीन पैनल पर बाएं तरफ लगे सबसे ऊपर वाले बटन को काफी देर तक दबाए रहते थे। जिससे मशीन दो मिनट तक काम नहीं करती थी। इसी बीच पहले से एटीएम मशीन का इस्तेमाल कर रहे व्यक्ति से उसका कार्ड लेकर जालसाज मशीन में लगाते थे। वहीं, व्यक्ति द्वारा डाले गए पिन नंबर को नोट कर लेते थे। उधर मशीन हैंग होने की वजह से रुपये नहीं निकलते थे। इसी बीच यह एटीएम का इस्तेमाल कर रहे व्यक्ति का कार्ड बदल देते थे।

इनसे हुई थी वारदात

नीलमथा निवासी विद्यावती रुपये निकालने के लिए एटीएम बूथ गईं थीं। पीछे से एटीएम बूथ में आए युवक ने विद्यावती का एटीएम कार्ड बदल कर उन्हें दूसरा कार्ड थमा दिया। इंस्पेक्टर साइबर सेल अरुण कुमार सिंह ने बताया कि विद्यावती का कार्ड बदलकर 34 हजार रुपये निकाले थे। जिसकी एफआईआर मोहनलालगंज कोतवाली में दर्ज हुई थी।