-हेल्पलाइन नंबर मौजूदगी से कर रहे इनकार

-कंट्रोल रूम के लैंडलाइन नंबर को रिसीव करने वाला भी कोई नहीं

LUCKNOW: प्रदेश में अगर भूकंप, न्यूक्लियर अटैक, केमिकल अटैल, गैस लीकेज, भारी बारिश या तूफान जैसी कोई आपदा आ जाए तो उससे निपटने के लिये डिजास्टर मैनेजमेंट के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च हुए, लेकिन उसका नतीजा सिफर ही रहा। जमीनी स्तर पर काम छोडि़ये डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए बनायी गयी सरकारी वेबसाइट पर भी जानकारी आधी-अधूरी है। आलम यह है कि वेबसाइट में आपदा के वक्त सहायता देने के वायदे तो बड़े किये गए हैं लेकिन, उनकी हकीकत हैरान कर देने वाली है।

डिजास्टर हेल्पलाइन नम्बर 'मौजूद' ही नहीं

यूपी डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट ने आपदा के समय हेल्प मांगने के लिए कंट्रोल रूम हेल्पलाइन नम्बर उपलब्ध कराया है। यह नम्बर है क्070. यह नंबर टोल फ्री बताया जाता है। लेकिन, हैरत की बात है जब इस नंबर को संडे को डायल कर इसकी हकीकत जाननी चाही तो नतीजा बेहद चौंकाने वाला था। इस नंबर को डायल करने पर दूसरी तरफ से 'यह नंबर मौजूद नहीं है.' रिकॉर्डिग सुनाई दे रही थी। इसी के साथ दूसरी हेल्पलाइन का नंबर क्077 भी डायल करने पर मौजूद न होने की आवाज सुनाई दे रही थी। इसके अलावा जब यूपी डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट की वेबसाइट में दिये गए कंट्रोल रूम के लैंडलाइन नंबर 0भ्ख्ख्-ख्ख्फ्7भ्क्भ् पर कॉल किया गया तो दिनभर घंटी ही बजती रही लेकिन, किसी ने भी कॉल रिसीव न की।

जिम्मेदारों के नम्बर भी नहीं होते रिसीव

डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट ने वेबसाइट पर कई नम्बर जारी कर रखे हैं। जिनमें रिलीफ कमिश्नर तक के नम्बर शामिल हैं। लेकिन इन नम्बरों पर कॉल कनेक्ट होगी ही इसकी गारंटी ना के बराबर है। अधिकारियों के साथ आपदा राहत के लिए कई इमरजेंसी नम्बर और अधिकारियों के नम्बर बार-बार डायल करने के बाद भी रिसीव नहीं हुआ। ऐसे में अगर कोई आपदा आती है तो यह डिपार्टमेंट किस तरह लोगों को राहत पहुंचायेगा, इसका अंदाजा लगाना बेहद आसान है।