RANCHI: राज्य में पेयजल संकट को देखते हुए आम नागरिकों के लिए विभाग ने एक हेल्प लाइन नंबर जारी किया है। यह नंबर है-क्800फ्ब्भ्म्भ्0ख्, जिस पर सप्ताह के सातों दिन सुबह 8 बजे से लेकर 8 बजे रात तक कॉल करपेयजल को लेकर लोग शिकायत दर्ज करा सकते हैं। गुरुवार को पेयजल व स्वच्छता मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी। कहा कि राज्य के चौबीसों जिलों के डिप्टी कमिश्नर को कुल फ्ख् करोड़ रुपए की राशि दी गई है, ताकि वो इसका उपयोग गर्मी के दिनों में अपने इलाकों में लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने में करें।

ख्भ् घंटे, 7 दिन होगा काम

मंत्री ने बताया कि आम लोगों को गर्मी के मौसम में पीने के पानी की तकलीफ न हो। इसलिए पेयजल विभाग के कर्मचारी और अधिकारी जून महीने के अंत तक ख्ब् घंटे सातों दिन काम करेंगे। इस दौरान उन्हें कोई छुट्टी नहीं दी जाएगी। राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री चन्द्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टी कैंसिल कर दी गई है। सिर्फ इमरजेंसी में ही अवकाश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पानी की समस्या गंभीर रूप ले रही है। इससे निपटने के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियों से भी बात की जाएगी। उन्होंने कहा कि कम्युनिटी सोशल रेस्पांसिबिलिटी के तहत खर्च होनेवाले फंड का यूज पेयजल मद में होगा। वहीं, पानी बचाने के लिए काम करने वाली संस्थाओं को भी मदद दी जाएगी।

9 योजनाओं का वर्क ऑर्डर

मंत्री ने कहा कि रांची समेत सात जिलों को ख्-ख् करोड़ रुपए, दुमका और पूर्वी सिंहभूम को क्.भ्-क्.भ् करोड़ व अन्य जिलों के लिए एक एक करोड़ रुपए रिलीज किए गए हैं। पेयजल और स्वच्छता मंत्री ने कहा कि राज्य में कुल ब्0 हजार चापानल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उसमे से क्फ्,भ्00 से अधिक चापानल लगवा दिए गए हैं। वित्त वर्ष ख्0क्भ्-क्म् की अपने विभाग की उपलब्धियों के बारे में उन्होंने बताया की इस दौरान नक्सल प्रभावित इलाकों में 9 बड़ी जलापूर्ति योजनाओं का वर्क आर्डर निकाला गया है। इस अवधि में दो लाख शौचालय बनाने का विभाग का टारगेट भी पूरा कर लिया गया है। जल संसाधन विभाग के इंचार्ज चौधरी ने बताया की इस साल 8ख् प्रतिशत से अधिक की बजटीय राशि खर्च की गई है, जो पिछले साल की तुलना में काफी अधिक है।