जिला अस्पताल में आई आंखों के इलाज की लाखों की मशीनें
हाइटेक मशीनों पर विशेषज्ञों को लगेगा इलाज में कम समय, ज्यादा से ज्यादा मरीजों को मिलेगी सहूलियत
Meerut। आंखों की बीमारी के लिए अब मरीजों को प्राइवेट क्लीनिक में जाकर महंगा इलाज नहीं करवाना पड़ेगा। दरअसल, अब जिला अस्पताल में ही मरीजों को मुफ्त में हाईटेक इलाज मिल सकेगा। इसके लिए शासन की ओर से करीब 50 लाख की एडवांस मशीनें अस्पताल में भेजी गई हैं।
हाइटेक मशीनों से इलाज
मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए मरीजों को मेडिकल कॉलेज जाना होता हैं लेकिन अब जिला अस्पताल में ही मरीजों को यह सुविधा मिल सकेगी। इसके लिए ऑटो रेफेक्टर मीटर, स्लिट मैप मशीनों का प्रयोग किया जाएगा। इन मशीनों के जरिए मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, रेटिना, कार्निया में चोट आदि का आसानी से पता लगाया जा सकता है। इसके अलावा पैरामीटर, टू एनसीटी मशीनों का प्रयोग आंखों के इलाज के लिए किया जाएगा।
मरीजों को सहूलियत
आंखों की समस्या के तहत जिला अस्पताल में रोजाना करीब 200 से 250 मरीज पहुंचते हैं। वहीं नेत्र विशेषज्ञों की कमी होने की वजह से सभी मरीजों को समय से इलाज नहीं मिल पाता है। हालांकि एडवांस मशीनों के चलते विशेषज्ञों को इलाज में कम समय लगेगा। साथ ही ज्यादा से ज्यादा मरीजों को इलाज मिल सकेगा। वहीं अस्पताल में मरीजों को चश्मा देने की योजना पहले ही शुरू की जा चुकी है।
अस्पताल में मोतियाबिंद, आंखों में कमजोरी, पानी गिरने आदि के मरीज आते हैं। हमारे पास मशीनें न होने की वजह से मरीजों को बाहर जाना पड़ता था लेकिन अब यहां सभी सुविधाएं ि1मल सकेंगी।
डॉ। पीके वाष्र्णेय, नेत्र विशेषज्ञ, िजला अस्पताल
आंखों के इलाज के लिए अभी तक यहां सारी सुविधाएं उपलब्ध नहीं थी। अब सुविधाएं मिलेंगी तो ज्यादा मरीजों को इसका भरपूर लाभ मिलेगा.
उस्मानी
अभी तक अस्पताल से चश्मा मिल रहा था लेकिन अब यहां आंखों का बढि़या इलाज होगा। मरीजों के लिए यह खुशखबरी से कम नहीं।
शरबती