- सीएमओ ने जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक व प्रभारियों को जारी किए पत्र
GORAKHPUR: बारिश के बाद जानलेवा बीमारी जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई), एइएस व डेंगू से बचाव के लिए शासन ने निर्देश जारी किया है। जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट किया है। अस्पतालों में इन बीमारियों के संदिग्ध मरीजों की जांच करने का आदेश दिया गया है। जेई के संदिग्ध मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पताल में मुकम्मल व्यवस्था की गई है। इसके तहत जिला अस्पताल में अलग से जेई वार्ड, डेंगू वार्ड खोले गए हैं।
इस मौसम में बढ़ जाते हैं रोगी
वेक्टर जनित बीमारी जेई, एसईएस, डेंगू, मलेरिया आदि के संदिग्ध मरीजों की जांच व उपचार के लिए अलर्ट जारी है। अमूमन तौर पर जेई के मरीज अप्रैल से लेकर अक्टूबर के प्रथम सप्ताह तक मिलते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए शासन ने हिदायत बरतने का निर्देश जिला स्वास्थ्य विभाग को देते हुए ठोस कदम उठाने को कहा है। डेंगू, जेइ व एइएस को लेकर अक्टूबर तक आशा कर्मियों को अलर्ट रहना है।
यह है निर्देश
- आशा कर्मियों को घर-घर संबंधित रोग के संदिग्ध मरीजों की जानकारी लेकर सूचना देनी है।
- आशा की रिपोर्ट पर संबंधित सीएचसी व पीएचसी के चिकित्सा प्रभारी को मरीज की प्राइमरी जांच करनी होगी।
- जिला मलेरिया विभाग में खुला नियंत्रण कक्ष से शहर क्षेत्र के डेंगू रोगियों की लिस्ट लेनी है।
- प्रभावित मोहल्ले में एंटी लार्वा का छिड़काव कराते हुए उसे समाप्त कराना है।
- रोडवेज को भी निर्देश दिए हैं कि वह वर्कशॉप में पड़े टायरों को ढ़ककर रखें या उसे किसी सुरक्षित स्थान पर रखवाए।
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सिटी में कराई जाए फॉगिंग
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू, मच्छरों के प्रकोप को देखते हुए नगर निगम को निर्देश देते हुए सिटी के मोहल्लों में एंटी लार्वा का छिड़काव, लार्वा प्रजनन वाले स्रोतों को समाप्त करना और फॉगिंग का कार्य शुरू करवाने का निर्देश दिया है। शहर की मुख्य सड़कों से लेकर वार्ड की गलियों तक फॉगिंग कराई जाए। साथ ही इसकी रिपोर्टिग कराने के निर्देश दिए गए हैं।
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बीमारी के लक्षण
- तेज बुखार आना एवं लगातार बुखार को बने रहना।
- शरीर में चमकी होना
- दांत पर दांत बैठना
- पूरे शरीर या किसी खास अंग में ऐंठन होना
- बच्चे का सुस्त होना
- चिउटी काटने पर शरीर में कोई हरकत नहीं होना
बीमारी से बचाव
- बिस्तर पर मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए
- पूरे शरीर को ढकनेवाले कपड़े पहनें
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वर्जन
जिला वेक्टर जनित रोग जैसे डेंगू, जेई व एईएस, मलेरिया आदि से निबटने के लिए विभाग तैयार है। ऐसे मरीजों की जांच के साथ उनका नाम पता आदि दर्ज कर सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं। डेंगू का लार्वा जहां-जहां मिलेगा, वहां फॉगिंग कराई जाएगी। जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी के सभी प्रभारियों को अलर्ट कर दिया गया है।
डॉ। रवींद्र कुमार, सीएमओ, गोरखपुर