- आतंकी खतरा, खुफिया एजेंसी ने सतर्कता बरतने को कहा

- विदेशी स्टूडेंट व संदिग्धों पर पैनी नजर रखने के आदेश

- रेलवे स्टेशन, बस अड्डों की होगी विशेष निगरानी

आई अलर्ट

सुंदर सिंह

Meerut: कानपुर रेल हादसे में आईएसआई की साजिश का खुलासा होने के बाद वेस्ट यूपी में हाई अलर्ट हो गया है। सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव और गणतंत्र दिवस पर आतंकी खतरा मंडरा रहा है, जिसके लिए आईबी और खुफिया विभाग ने वेस्ट के आधा दर्जन जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है। पुलिस को विदेशी स्टूडेंट्स, साइबर कैफे और विभिन्न पब्लिक प्लेस पर पैनी नजर रखने के लिए कहा गया है।

ये जिले रडार पर

आईएसआई के आगमन और उसकी संभावित गतिविधियों को लेकर खुफिया एजेंसी ने मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, गाजियाबाद, हापुड़, नोएडा, सहारनपुर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ सालों में इन इलाकों में आतंकी एक्टीविटी ज्यादा देखने को मिली है। वहीं नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर में बाहरी देशों के स्टूडेंट्स की भरमार है। ऐसे में पुलिस और अधिकारियों को काफी अलर्ट रहना होगा।

इन पर रखें नजर

कानपुर रेल हादसे में आईएसआई का हाथ सामने आया है। साथ ही सूबे में चुनावी सरगर्मी चल रही है। ऐसे में खुफिया एजेंसी रेलवे स्टेशन और बस अड्डों की चौकसी बरतने कहा है। साथ ही शहर स्थित साइबर कैफों के रजिस्टर चैक करने के आदेश भी दिए हैं।

सिमी पर भी नजर

खुफिया एजेंसियों की नजर सिमी पर भी है। शक है कि आईएस के कांट्रेक्ट सिर्फ आईएम और लश्कर से ही नहीं सिमी से भी होंगे। इसके लिए खुफिया एजेंसी ने नजर रखनी शुरू कर दी है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार पिछले दस सालों में वेस्ट में सिमी की एक्टीविटी के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। वहीं उन इलाकों पर नजर रखी जा रही है जहां सिमी के कांट्रेक्ट्स हो सकते हैं।

वेस्ट यूपी संवेदनशील है, पूर्व की घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए 26 जनवरी के मद्देनजर हाई अलर्ट जारी किया गया है। रेंज के सभी जनपदों को खास चौकसी के आदेश दिए गए हैं।

-केएस इमैनुअल, डीआईजी, मेरठ रेंज