-इलाहाबाद हाइ कोर्ट के अधिवक्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए

-न्यायिक कार्य हुआ ठप, विरोध में प्रस्ताव पारित कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भेजा

ALLAHABAD: पश्चिम में खंडपीठ को लेकर दो केंद्रीय मंत्रियों को बयान के बाद शुक्रवार को इलाहाबाद हाइ कोर्ट के वकील आंदोलन पर चले गए। अधिवक्ताओं ने दोपहर बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी और अदालतों से बाहर आ गए। खंडपीठ के मसले पर आगे की रणनीति तय करने के लिए हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने सोमवार को सभा आहूत की है। इससे यह मुद्दा फिर से गरम होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।

मंत्री बोले, मामला कैबिनेट के एजेंडे में

पश्चिम में खंडपीठ को लेकर विधि मंत्री सदानंद गौड़ा और कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान के इस बयान पर कि यह मामला कैबिनेट के एजेंडे में है, अधिवक्ताओं में शुक्रवार सुबह से आक्रोश था। लंच के दौरान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने सभा की जिसमें उसी समय से हड़ताल का फैसला लिया गया। बार ने एक प्रस्ताव पारित कर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति व हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भी प्रेषित किया। सभा की अध्यक्षता बार के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने की जबकि संचालन महामंत्री डा.सीपी उपाध्याय ने किया। उल्लेखनीय है कि बार एसोसिएशन केंद्रीय कानून मंत्री, भारत के मुख्य न्यायाधीश को खंडपीठ के विरोध का प्रस्ताव पहले ही भेज चुका है जिसमें कहा गया है कि हाई कोर्ट का विभाजन किए जाने से इसकी अक्षुण्णता, अखण्डता एवं न्यायपालिका की गरिमा खंडित होगी। खंडपीठ वादकारियों एवं न्यायहितों के विपरीत है। बार के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने कहा कि किसी भी कीमत पर खंडपीठ को स्वीकार नहीं किया जाएगा। यदि सरकार इस मसले पर कोई स्पष्टीकरण नहीं देती है तो फिलहाल भ् जनवरी तक अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे और प्रतिदिन बैठक करके आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।

यंग लॉयर्स का भी समर्थन

बार एसोसिएशन के समर्थन में अन्य संगठन भी आ गए। यंग लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष कुमार त्रिपाठी, सचिव जेबी सिंह, वीडी पांडेय, शशि प्रकाश सिंह, प्रशांत सिंह, एके सिंह, धनंजय कुमार, जेपी त्रिपाठी ने हाई कोर्ट विभाजन का कड़ा विरोध किया है। अधिवक्ता समन्वय समिति के अध्यक्ष बीएन सिंह, जूनियर लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एमके तिवारी व सचिव जीपी सिंह ने भी बार का समर्थन किया।

बुंदेलखंड में भी बने खंडपीठ

पश्चिम में खंडपीठ के मुद्दे के साथ ही बुंदेलखंड के अधिवक्ताओं ने वहां भी खंडपीठ बनाने की मांग उठा दी है। बुंदेलखंड हाईकोर्ट बेंच बनाओ संघर्ष समिति ने एक बैठक करके वहां भी खंडपीठ स्थापित करने की मांग की। समिति के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद तिवारी ने कहा कि यदि पश्चिम में खंडपीठ बनती है तो दुर्गम स्थान होने की वजह से बुंदेलखंड में भी बनाई जानी चाहिए। बैठक में राजेश खरे, जगदीश सिंह बुंदेला, अजय सिंह, रामसुमेर चौधरी, अशोक गुप्ता, जय प्रकाश तिवारी, राम मिलन द्विवेदी, जेपी गुप्ता, सुधीर चंद्रौल आदि मौजूद रहे।