-अब कोरम का अभाव बनेगा बाधा, कोर्ट की बाधा खत्म

-सदस्यों का विवाद खत्म होते ही 1845 पदों पर शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया

प्रदेश भर के सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के लिए शिक्षकों की एक और भर्ती जल्द ही शुरू होगी। टीजीटी-पीजीटी-2011 की भर्ती पर लगी रोक हाईकोर्ट ने हटा ली है। हालांकि चयन बोर्ड में कोरम के अभाव की वजह से यह भर्ती अभी शुरू नहीं हो पाएगी। बोर्ड का गठन पूरा होते ही इस पर आगे कदम बढ़ाया जाएगा।

हाइ कोर्ट में दायर है याचिका

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने 2010 की भर्ती पूरी कराने के बाद 2011 की भर्ती के लिए टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक) के 1400 पदों एवं पीजीटी (प्रवक्ता) के 445 पदों के लिए आवेदन मांगे थे और अन्य प्रक्रियाएं पूरी की थीं। परीक्षा की तैयारी चल ही रही थी कि भर्ती प्रक्रिया पर तमाम सवाल खड़े करते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। याचिका का मुख्य आधार था कि भर्ती के लिए जनपदों से पदों का सत्यापन नहीं कराया गया। इस पर कोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया रोक दी थी। इसी बीच प्रतियोगी छात्रों ने दबाव बनाया तो चयन बोर्ड ने पहले परीक्षा टालने की भरपूर कोशिश की, लेकिन बात न बनती देख आखिरकार टीजीटी-पीजीटी 2013 की परीक्षा पहले करानी पड़ी। 2013 की परीक्षा के परिणाम भी इस बीच जारी होने लगे थे कि शासन ने कोरम का अभाव बताकर उसे रोक दिया है।

तीन सदस्यों की योग्यता पर है सवाल

ज्ञात हो कि चयन बोर्ड के तीन सदस्यों ललित श्रीवास्तव, आशालता सिंह एवं अनीता यादव की योग्यता पर सवाल उठने पर कोर्ट ने उन्हें कामकाज करने से रोका है। अब 2011 की भर्ती प्रक्रिया पर हाईकोर्ट की रोक हटने के बाद से यह साफ हो गया है कि जैसे ही राज्य सरकार चयन बोर्ड का कोरम पूरा करेगी वैसे ही इस परीक्षा की तैयारियां शुरू हो जाएंगी और 2013 के शेष परिणाम भी जारी होंगे। हाईकोर्ट से रोक हटने के बाद प्रतियोगी छात्रों में उत्साह का माहौल है। टीजीटी-पीजीटी संघर्ष मोर्चा के ¨रकू सिंह ने कहा है कि सरकार जल्द कोरम पूरा करे ताकि युवाओं को नौकरी मिले और स्कूलों को पढ़ाने वाले शिक्षक मिल जाएं।

टीजीटी-पीजीटी 2011 के बारे में हमें बड़ी कामयाबी मिली है। सब ठीक होते ही भर्ती प्रक्रिया शुरू करेंगे।

-डा। सुनिल कुमार

अध्यक्ष, माध्यमिक शिक्षा परिषद