नेक्स्ट क्लास में ले सकेंगे एडमिशन

कॉपियां जांचने और रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर स्टूडेंट्स और यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के बीच बीते दिनों काफी टकराव चल रहा था। रिजल्ट में बार-बार गड़बड़ी से जियोग्राफी के स्टूडेंट्स में रोष था। यूनिवर्सिटी की ओर से कॉपी चेकिंग में काफी गड़बड़ी हुई थी। इसका खुलासा तब हुआ जब स्टूडेंट्स की डिमांड पर यूनिवर्सिटी ने रीइवेल्यूशन कराया। जिसके बाद रिजल्ट में काफी डिफरेंस आ गया। मगर एक बार फिर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने खेल करते हुए नए रिजल्ट को कैंसिल कर दिया। इससे इफेक्टेड समीर गुप्ता, संदीप सिंह, पीयूष यादव और अन्य स्टूडेंट्स ने इस मामले में हाईकोर्ट में अपील दायर की थी। याचिका दाखिल करने वाले संदीप ने बताया कि ट्यूजडे को पहली सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने स्टे दे दिया। उसने बताया कि 23 नवंबर के बाद से काफी अधर की स्थिति बनी थी, उससे निजात मिली है। रीइवेल्यूशन के रिजल्ट के आधार पर नेक्स्ट क्लास में एडमिशन लिया जा सकता है।

आंदोलन के बाद हुआ था रीइवेल्यूशन

एमए जियोग्राफी फस्र्ट इयर 2012-13 के रिजल्ट में भारी गड़बड़ी को लेकर स्टूडेंट्स ने बड़ा आंदोलन किया था। अक्टूबर के थर्ड वीक में हुए इस विवाद के बाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने एक कमेटी बना कर स्टूडेंट्स के कंप्लेन की छानबीन की। जिसमें यह मिला कि कॉपियां चेकिंग में गड़बड़ी हुई है। इसके बाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्टे्रशन ने रीइवेल्यूशन का फैसला लिया। 475 स्टूडेंट्स के चार पेपर की कॉपियां चेक की गई। जिसके बाद सभी के होश उड़ गए। जीरो अंक पाने वाले स्टूडेंट्स फस्र्ट डिवीजन पास हो गए। मगर जब विदेश यात्रा से वीसी प्रो। पीसी त्रिवेदी वापस आए तो उन्होंने रीइवेल्यूशन के नियम को गलत बताया। जिसके चलते 23 नवंबर को रीइवेल्यूशन के बाद आए जियोग्राफी के रिजल्ट को कैंसिल कर दिया। इससे सभी स्टूडेंट्स अपने फ्यूचर को लेकर परेशान थे।

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