-एक अप्रैल से बिकने वाले सभी वाहनों पर लगना है हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट

-बिना नंबर प्लेट लगे ही एजेंसी से वाहनों की हो रही डिलेवरी, नियमों का नहीं हो रहा पालन

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VARANASI

एक अप्रैल से वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना अनिवार्य हो गया है. लेकिन अभी भी सिटी में बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के वाहनों की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है. जबकि पिछले दिनों आरटीओ में हुई मीटिंग में यह डिसीजन लिया गया था कि बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के एजेंसी से वाहनों की डिलेवरी नहीं होगी. बावजूद इसके नियमों का पालन नहीं हो रहा है.

कीमत चुकाएगी कंपनी

एक अप्रैल से वाहन निर्माताओं को खुद प्लेट्स लगाकर देना है. इसके अलावा वाहन में कौन सा फ्यूल यूज किया जा रहा है इससे जुड़ी कलर कोडिंग भी विंड शील्ड पर लगाई जाएगी. बता दें, इस हाई सिक्यॉरिटी नंबर प्लेट के लिए कस्टमर्स को कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं चुकाना होगा. इसके साथ ही नंबर प्लेट पर पांच साल की गारंटी भी दी जाएगी. ऑटोमोबाइल कंपनियां हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का खर्चा वाहन की कीमत में ही शामिल करेंगी. वहीं, यह नंबर प्लेट लगाने की जिम्मेदारी वाहन बेचने वाले डीलरों को सौंपी गई है. नंबर प्लेट में जालसाजी नहीं की जा सकती, साथ ही इनमें लगाए जाने वाले लॉक दोबारा इस्तेमाल नहीं किए जा सकते हैं.

ऐसे लगाएंगे नंबर प्लेट

वाहन कंपनियां हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनाने के लिए अधिकृत वेंडर नियुक्त करेंगी. यह वेंडर नंबर प्लेट तैयार करके वाहन डीलर्स को देंगे. डीलर जो वाहन बेचेंगे, उसे आरटीओ का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट देते समय उस पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाया जाएगा. इसके बाद ही वाहन की डिलेवरी की जाएगी. वाहन पर लगी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट टूटने की स्थिति में दूसरी प्लेट भी वही वेंडर बनाएगा, जिसने पहला नंबर प्लेट बनाया था. हालांकि यह नंबर प्लेट डीलर के थ्रू ही बनेगा, पर वाहन मालिक को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.

ट्रैकिंग होगी आसान

परिवहन विभाग मुख्यालय के संभागीय परिवहन अधिकारी (आईटी) संजय नाथ झा के भेजे लेटर के मुताबिक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगने के बाद आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने वाले वाहन आसानी से पकड़ में आ जाएंगे. कारण कि इस प्लेट में नंबर लेजर से अंकित किए जाते हैं, जिससे पुलिस के कैमरे उसे आसानी से स्कैन कर लेते हैं.

प्लेट पर होगा डिटेल

एचएसआरपी से किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी. इसमें मौजूद रजिस्ट्रेशन मार्क, क्रोमियम-बेस्ड होलोग्राम स्टिकर ऐसे होंगे कि निकालने की कोशिश पर खराब हो जाएंगे. इस पर लगे स्टिकर में गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ, रजिस्टर अथॉरिटी, लेजर ब्रांडेड परमानेंट नंबर, इंजन और चेसिस नंबर तक की जानकारी होगी.

नंबर प्लेट की ये होगी खासियत

-प्लेट पर बाई तरफ बीच में नीले रंग से इंग्लिश में इंडिया लिखा होगा.

-प्लेट पर क्रोमियम बेस एक होलोग्राम होगा.

-प्लेट पर सात नंबर का आईडी नंबर होगा.

-प्लेट के कोने राउंड होंगे. इसके ऊपर लेजर से नंबर लिखे होंगे.

-प्लेट एक बार वाहन में फिक्स होने के बाद उसे खोला नहीं जा सकेगा.

-प्लेट पर लिखे नंबर को स्कैन करना होगा आसान.

वर्जन----

वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए संबंधित एजेंसीज को निर्देश दिया जा चुका है. इसका कड़ाई से पालन करना है.

अमित राजन राय, एआरटीओ