- दिनभर हाई वॉल्टेज ड्रामा, जांच के लिए कमेटी गठित

- प्रॉवोस्ट की करतूत से नाराज सभी पदाधिकारियों का इस्तीफा, वीसी ने किया नामंजूर

- प्रॉवोस्ट के भाई समेत 16 छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

-कार्यपरिषद ने वीसी को दिया प्रॉवोस्ट पर कार्रवाई का अधिकार

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी के कैलाश हॉस्टल की पूर्व प्रॉवोस्ट प्रोफेसर शीला मिश्रा के मसले पर छिड़ा संग्राम बुधवार रात साढ़े दस बजे थमा। अंतत: प्रो। मिश्रा के सामने यूनिवर्सिटी प्रशासन को झुकना पड़ा। वह अपनी शर्तो पर रात करीब क्0:ख्भ् बजे हॉस्टल के बाहर आई। वीसी एसबी निमसे ने उनकी शर्तो के आधार पर हॉस्टल के बाहर तैनात पुलिस फोर्स को हटवाया, उसके बाद वह हॉस्टल से बाहर आई।

छात्राओं से मैं ही हूं प्रॉवोस्ट

प्रो। शीला मिश्रा मार्च के शुरुआत से ही अपनी बेटी के हाईस्कूल बोर्ड एग्जाम के नाम पर चाइल्ड केयर लीव पर चली गई थीं। इसके बाद भी लगातार छुट्टी पर होने के बाद भी प्रोवोस्ट के पद पर बनी रही। इसी बात को आधार बनाकर वह हॉस्टल से बाहर आई। प्रो। शीला मिश्रा ने हॉस्टल छोड़ने से पहले छात्राओं को बताया कि वह चाइल्ड केयर लीव पर जा रही है। छुट्टी से लौटने के बाद वही यहां की प्रोवोस्ट हैं। तब तक हॉस्टल की जिम्मेदारी प्रो। खन्ना हो सौंपी गई है। प्रो। मिश्रा के हॉस्टल खाली करने से पहले उनका भाई और दूसरे सगे संबंधी एक-एक कर हॉस्टल से बाहर निकलने लगे। अंत में प्रो। मिश्रा मारूती 800 से हॉस्टल से बाहर आई और रवाना हो गई।

दिनभर चला ड्रामा

बुधवार सुबह से ही पूरा कैंपस छावनी में तब्दील हो गया था। दिनभर हाई वॉल्टेज ड्रामा चलता रहा। कैंपस में धारा-क्ब्ब् लगाने के साथ ही एक दिन पहले तोड़फोड़ और आगजनी करने वाले क्म् छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया था। इनमें प्रो। शीला मिश्रा के भाई राजेश मिश्र का नाम भी शामिल है।

सभी पदाधिकारियों ने अपना पद छोड़ा

वहीं, एलयू के बिगड़े माहौल और जिद पर अड़ी प्रो। मिश्रा के विरोध में यूनिवर्सिटी के सभी पदाधिकारियों ने सुबह के समय कार्यपरिषद की आपात बैठक बुलाकर इस्तीफा सौंप दिया था। इनमें चीफ प्रॉक्टर, प्रॉक्टोरियल बोर्ड, चीफ प्रॉवोस्ट, सभी हॉस्टल के प्रोवोस्ट और डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर शामिल रहे। सभी का कहना था प्रो। मिश्रा के रवैए से यूनिवर्सिटी की साख पर बट्टा लग रहा है। ऐसे माहौल में काम करना मुश्किल है। मगर वीसी ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया।

हाई पॉवर कमेटी के हवाले जांच

कैलाश हॉस्टल की प्रॉवोस्ट प्रो। मिश्रा पर लगे आरोपों की जांच के लिए वीसी ने हाई पावर कमेटी का गठन किया है। बुधवार को वीसी प्रो। एसबी निमसे के आवास पर कार्य परिषद की आपात आयोजित हुई। बैठक के बाद वीसी ने बताया कि तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में प्रो। आभा अवस्थी, प्रो। निरूपमा अग्रवाल और प्रो। कुमकुम किशोर को शामिल किया गया है। कमेटी क्9 मार्च को कार्य परिषद की बैठक से पहले रिपोर्ट सौंपेगी।

छावनी बना शिक्षा का मंदिर

इस बीच दिनभर यूनिवर्सिटी के सभी गेट व हॉस्टल्स पर पुलिस बल की तैनाती रही। कैलाश हॉस्टल के पांचों ब्लॉक में महिला पुलिस तैनात रही। वहीं, कैंपस में पीएसी की करीब तीन कंपनी और भारी संख्या में पुलिस जवान तैनात रहे। दूसरी ओर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने और अपने साथियों पर मुकदमे के विरोध में छात्रों ने कैम्पस में प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्र चीफ प्रॉक्टर प्रो। निशी पांडेय को पद से हटाने और मुकदमा वापस लेने की मांग कर रहे थे।

साथ देने वालों पर संकट

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने प्रॉवोस्ट प्रो। मिश्रा का समर्थन कर रहीं सभी ख्8 छात्राओं को घर भेजने की तैयार कर ली है। चीफ प्रॉवोस्ट प्रो। एसपी त्रिवेदी ने बताया कि छात्राओं के लोकल पैरेंट्स को संपर्क कर उन्हें सौंप दिया जाएगा। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि जब छात्राएं हमारी बात मानने को तैयार नहीं हैं तो ऐसे में इनकी सुरक्षा मुश्किल है।

दिन भी रहा उथल पुथल का माहौल

क्। सुबह छह बजे भारी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंची कैम्पस

ख्। साढ़े सात बजे से शुरू हुआ यूजी का परीक्षा

फ्। क्क् बजे से छात्र बैठे चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ धरने पड़

ब्। दोपहर एक बजे से शुरू हुए कार्य परिषद की आपात बैठक

भ्। ढ़ाई बजे वीसी ने मीडिया को दी पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी

म्। वीसी ने प्रो। मिश्रा को पांच बजे तक हॉस्टल खाली करने को कहा

7. 7:ख्0 मिनट पर वीसी पहुंचे कैलाश हॉस्टल

8. 8:0भ् मिनट पर वीसी हॉस्टल से निकले

9. रात क्0:00 बजे प्रो। मिश्रा का भाई निकला हॉस्टल से

क्0. रात करीब क्0:ख्भ् मिनट पर प्रो। शीला मिश्रा ने हॉस्टल छोड़ा