-मेला खासतौर से विदेशी श्रद्धालुओं के लिए बनाया जाएगा पांच अस्थाई ऑडीटोरियम

ALLAHABAD: संगम की रेती पर भले ही पांच महीने बाद कुंभ मेला का आयोजन होगा लेकिन वहां पर देश-विदेश से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं के लिए व्यापक बंदोबस्त किया जा रहा है। खासतौर से कला व संस्कृति में रुचि रखने वाले श्रद्धालुओं को लेकर। यही वजह है कि अगले साल मकर संक्रांति शाही स्नान पर्व से लेकर महाशिवरात्रि तक मेला की अवधि में होने वाले सांस्कृतिक आयोजनों को भव्यता के साथ दिखाने के लिए मेला प्रशासन ने हाईक्वालिटी के पांच अस्थाई ऑडिटोरियम बनाने का निर्णय लिया गया है।

वाटर प्रूफ होंगे सभी पंडाल

मेला एरिया में बनाए जाने वाले ऑडीटोरियम के सभी पंडाल को पानी से बचाने के लिए वाटर प्रूफ बनाया जाएगा। इसके अलावा ऑडिटोरियम में टॉयलेट, बाथरूम और पेयजल के लिए आरओ सिस्टम की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही पांचों अस्थाई ऑडिटोरियम में एक साथ बीस-बीस हजार श्रद्धालुओं को बैठाने की व्यवस्था भी की जाएगी।

किला घाट पर सबसे बड़ा

पांच ऑडिटोरियम के अलावा किला घाट के सामने एक अलग से ऑडिटोरियम भी बनाया जाएगा। यहां खासतौर से एक दिन के लिए आने वाले पांच हजार अप्रवासी भारतीयों के लिए कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाएगा। यह अगले साल चौबीस जनवरी से तीन दिनों तक वाराणसी में होने वाले अप्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल होने के बाद कुंभ मेला एरिया में पहुंचेंगे।

हर पंडाल का होगा अपना एक नाम

बारिश का मौसम समाप्त होने के बाद नवम्बर महीने में मेला एरिया में पांच बड़े अस्थाई ऑडिटोरियम को बनाने का कार्य शुरू कराया जाएगा। इसके लिए हर पंडाल को एक नाम दिया जाएगा। हालांकि मेला एरिया में ऑडिटोरियम कहां पर बनाया जाएगा और उसका नाम क्या होगा इस पर प्रयागराज मेला प्राधिकरण की जल्द होने वाली बैठक में निर्णय लिया जाएगा।

मेला के दौरान बहुत से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होना है। इसके लिए पांच बड़े-बड़े वाटर पूफ ऑडिटोरियम का निर्माण मूलभूत सुविधाओं से युक्त कराया जाएगा। जिसमें से प्रत्येक में बीस-बीस हजार श्रद्धालुओं को बैठाने की व्यवस्था की जाएगी।

-विजय किरण आनंद, कुंभ मेलाधिकारी