- 15 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होंगे डिजिटल, कहलाएंगे 'ई-यूपीएचसी'

-मरीजों को मिल सकेगा एसएमएस से अप्वाइनमेंट, सभी जानकारी होगी ऑनलाइन

जल्द ही आपको आपने आस-पास के प्राइमरी हेल्थ सेंटर की व्यवस्था बदली-बदली सी नजर आये तो चौंकियेगा मत। क्योंकि शहर के 15 यूपीएचसी को स्वास्थ्य विभाग हाइटेक करने जा रहा है। ऐसे स्वास्थ्य केंद्र का डिजिटलीकरण करने का फैसला लिया है। हाईटेक होने के बाद सामान्य से दिखने वाले यूपीएचसी ई-यूपीएचसी कहलाएंगे। जहां मरीजों के रजिस्ट्रेशन से लेकर इलाज तक का सारा ब्यौरा ऑनलाइन होगा। इसकी शुरुआत जल्द होगी। राष्ट्रीय शहरी विकास मिशन के तहत ई-पीएचसी शुरू करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट में यूपी के 18 जिलों में वाराणसी को भी शामिल किया गया है।

पेपरलेस करना है मकसद

यूपीएचसी को हाईटेक बनाने का मेन मकसद स्वास्थ्य केंद्रों को पेपरलेस करना है। इससे पेशेंट्स के रजिस्ट्रेशन से लेकर संपूर्ण जानकारी ऑनलाइन होगी। पेशेंट को एसएमएस से अप्वाइंमेंट को लेकर भी सूचित किया जाएगा। खास बात है कि इससे चिकित्सकों व अन्य हेल्थ वर्कर की मनमानी भी नहीं चलेगी। इनकी उपस्थिति भी बायोमेट्रिक होगी।

टीम संचालित करेगी व्यवस्था

जिला नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक आशीष सिंह ने बताया कि बनारस के सभी 15 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आईटी के उपकरण एवं सॉफ्टवेयर स्थापित किए जा चुके हैं। जल्द ही इसकी शुरुआत की जाएगी। इस पहल के लिए यहां 15 डॉक्टर्स, 15 लैब टेक्निशियन, 15 फार्मासिस्ट और 15 स्टाफ नर्स को खास ट्रेनिंग दी जा गई है। यह टीम इस पूरी व्यवस्था को संचालित करेगी।

स्वास्थ्य पोर्टल पर होगी जानकारी

यूपीएचसी में आए मरीजों की सम्पूर्ण जानकारी सरकार के स्वास्थ्य पोर्टल जैसे डीवीडीएमडी (ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम), यूपीएचएमआईएस व एचएमआईएस (हैल्थ एंड मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम), एमसीटीएस (मेटरनल एंड चाइल्ड ट्रेकिंग सिस्टम) व आरसीएच (रिप्रोडक्टिव चाइल्ड हैल्थ) एवं एलएमआईएस (लैब मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम) से जोड़ी जाएगी।

यहां होगा ई-यूपीएचसी

बनारस में पांडेयपुर, शिवपुर, कोनिया, राजघाट, मंडुवाडीह, भेलूपुर, दुर्गाकुंड, टाउनहाल, पहडि़या, अर्दलीबाजार, चौकाघाट, बेनिया, जैतपुरा, मदनपुरा, आनंदमयी और सिकरौल को ई-पीएचसी योजना में शामिल किया गया है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों को फिलहाल ट्रायल बेस पर रखा गया है।

यह सुविधाएं मिलेंगी-

-मरीजों का रजिस्ट्रेशन और उसकी पर्ची सॉफ्टवेयर के माध्यम से निकलेगी।

-डिजिटल डिस्प्ले सिस्टम पर मरीजों का नंबर दर्शाया जाएगा।

-मरीजों को एसएमएस के माध्यम से मिलेंगी सूचना।

-प्रत्येक मरीजों की जानकारी एक खास सॉफ्टवेयर में स्टोर रहेगी।

-उपलब्ध दवाओं के स्टॉक संबंधी जानकारी ऑनलाइन होगी।

-स्वास्थ्य केंद्र पर आए मरीजों का फीडबैक दर्ज किया जाएगा।

एक नजर

1

लाख रूपए प्रत्येक यूपीएचसी के लिए शासन ने अनुमोदित किया

4

कम्प्यूटर,

4

यूपीएस

1

लेजर प्रिन्टर

2

बायोमेट्रिक डिवाइस

1

डिजिटल डिस्प्ले लगेगा प्रत्येक यूपीएचसी पर

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जिला स्तर पर सभी तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी हैं। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों को ट्रायल बेस पर रखा गया है। शासन के आदेश के बाद जल्द ही वाराणसी सहित 18 जिलों में इसकी शुरुआत की जाएगी।

डॉ। एके मौर्य, नोडल अधिकारी व एसीएमओ