-हिमखंड टूटने से तमक नाले पर गिरा पुल

चमोली,

सीमांत चमोली जिले के चाइना बॉर्डर पर मलारी-नीती हाईवे बंद हो गया है। इस हाईवे पर सेना के वाहन भी फंस गए हैं। इस वजह से बॉर्डर पर न रसद जा पा रही है और नहीं जवान वहां पहुंच पा रहे हैं। हिमखंड टूटने से तमक नाले में आई बाढ़ से जोशीमठ मलारी-नीती हाईवे पर बना आरसीसी पुल चार मीटर खिसक गया। इससे मलारी-नीति हाईवे पूरी तरह बंद हो गया है।

कहर बनकर बरसी बारिश

शुक्रवार रात बारिश तमक नाले में कहर बन कर आई। नाले में पानी के साथ भारी मलबा आने से जोशीमठ मलारी हाईवे 100 मीटर से अधिक क्षतिग्रस्त हो गया है। तमक नाले पर बना आरसीसी पुल भी बह कर चार मीटर खिसक गया। नाले के पास प्राथमिक विद्यालय का भवन भी मलबे में दब गया है। नाले के कटाव से सात से अधिक भवनों को खतरा हो गया है। साथ ही कृषि भूमि भी बही है। खतरे को देखते प्रशासन ने चार परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को कहा है। मलबे में एक वाहन भी दबा है। सीमा सड़क संगठन के कमांडर आर सुब्रमण्यम ने बताया कि तक पुल के खिसकने से मलारी हाईवे बंद है। उन्होंने बताया कि दिल्ली से विशेषज्ञों को बुलाया है। विशेषज्ञों की राय के बाद पुल की मरम्मत को लेकर निर्णय लिया जाएगा। बीआरओ इस स्थान पर पुराने पुल से वाहनों की आवाजाही की रणनीति भी बना रहा है। तमक नाले में सड़क बंद होने से सीमांत क्षेत्र में सेना सहित ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

सड़कें तीन दिन से ठप

चमोली में शुक्रवार को हुई मूसलाधार बारिश से थराली-देवाल मोटर मार्ग राड़ीबगड़, ऊनीबगड़ में चट्टान टूटने से सुबह सात बजे से 10 बजे तक आवाजाही के लिए ठप रही। बाद में बीआरओ द्वारा जेसीबी की मदद से आवाजाही के लिए मार्ग खोल दिया गया। इसी तरह बीते तीन दिनों से लोनिवि थराली का नारायणबगड़-कौब, भगोती-झिझोणी, परखाल-रेंस चोपता मोटर मार्ग मलबा आने से बंद है। इससे एक दर्जन से अधिक वाहन फंसे हुए हैं। ग्रामीण राकेश सती, रमेश चंद्र ने बताया कि इस बाबत कई बार लोनिवि अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन रात्रि हो रही बारिश से मोटर मार्ग पर दिन में हो रहा कार्य बारिश से बह रहा है।