-ड्यूटी में लापरवाही पर एसएसपी ने की कार्रवाई

-लूटकांड में पुलिस ने ड्राइवर व कर्मचारी हिरासत में

<-ड्यूटी में लापरवाही पर एसएसपी ने की कार्रवाई

-लूटकांड में पुलिस ने ड्राइवर व कर्मचारी हिरासत में

BAREILLY: BAREILLY: फतेहगंज पूर्वी में हाइवे पर ज्वैलर से ढाई करोड़ सोने के बिस्किट लूट में एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने थाना प्रभारी समेत 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। शुरुआती जांच में थाना प्रभारी समेत पांचों पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में लापरवाही पाई गई है। वहीं लूटकांड में पुलिस ने शक के आधार ड्राइवर इमरान, पूर्व ड्राइवर प्रमोद और कर्मचारी रामचंद्र को हिरासत में ले रखा है। एक अन्य ड्राइवर मनोज की तलाश की जा रही है। पुलिस ने ज्वैलर के यहां काम करने वाले एक करीब एक दर्जन कर्मचारियों के मोबाइल नंबर्स भी सर्विलांस पर लगा दिए हैं। वारदात के खुलासे के लिए एक टीम पूछताछ के लिए लखनऊ भी भेजी गई है। क्राइम ब्रांच के साथ एसटीएफ को भी खुलासे में लगाया गया है। पुलिस वहां के ज्वैलर की शॉप की सीसीटीवी फुटेज चेक कर संदिग्धों की जांच करेगी। वहीं व्यापारियों ने एसएसपी जोगेंद्र कुमार व आईजी एसके भगत से मुलाकात कर जल्द वारदात के खुलासे की मांग की है।

ट्रेन चेक करें या हाइवे बचाएं

हाइवे लूट में एसएसपी ने पाया कि थाना प्रभारी योगेंद्र पाल शर्मा ने ड्यूटी में लापरवाही बरती है। एसएचओ ने बीट का वितरण नहीं किया था और क्राइम कंट्रोल के लिए कोई प्रयास नहीं किए थे। यही नहीं एसएसपी ने पाया कि टिसुआ रोड पर गश्त के लिए रवाना कांस्टेबल विपिन भाटी, हाइवे मोबाइल पर तैनात एसआई सांवल सिंह, कांस्टेबल रोहिताश कुमार और कांस्टेबल राहुल कुमार ने भी ड्यूटी में लापरवाही बरती है। इसकी वजह से इतनी बड़ी वारदात हुई। एसएसपी ने पांचों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। यही नहीं एसएचओ योगेंद्र पाल शर्मा ने कुछ घंटे पहले बिलपुर स्टेशन के पास पुरबिया एक्सप्रेस में हुई लूट में भी लापरवाही बरती थी। एसएचओ यहां तक कह रहे थे कि वह ट्रेन की रखवाली करें या फिर हाइवे की।

कार खराब होने का किया बहाना

पुलिस की जांच में आया है कि बदमाशों ने ज्वैलर प्रदीप अग्रवाल के ससुर अविनाश अग्रवाल का लखनऊ से पीछा नहीं किया था। बल्कि बदमाश पहले से ही ज्वैलर का इंतजार कर रहे थे। ज्वैलर लखनऊ से सैटरडे दोपहर करीब दो बजे निकला था। रास्ते में हाइवे पर सीतापुर के पास सभी ने खाना खाया था और फिर रास्ते में कहीं नहीं रुके। जैसे ही वे टिसुआ के पास पहुंचे तो देखा कि निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पास एक कार रुकी हुई थी और कार को कुछ लोग धक्का दे रहे थे। उन्हें लगा कि कार खराब होगी। जब वह कुछ समझ पाते कि अचानक कार उनकी कार के सामने आ गई और बदमाशों ने ड्राइवर साइड का शीशा तोड़कर तमंचा तान दिया था। उसके बाद बदमाश साइड में लेकर गए और फिर पूछा कि जल्दी से बताओ कि माल कहा हैं। जब उन्होंने माल होने से मना किया तो जूते छीन लिए और सोने के बिस्किट लूटकर फरार हो गए।

आसपास के लोग समझे एक्सीडेंट हुआ

वारदात के तरीके से आशंका जताई जा रही है की ज्वैलर के सोने के बिस्किट समेत बरेली आने की मुखबिरी लखनऊ से हुई हो, लेकिन बदमाशों के बरेली के ही होने की संभावना है, जो पहले से फ्लाईओवर के पास मौजूद थे। पुलिस की टीम लखनऊ में ज्वैलरी शॉप की सीसीटीवी फुटेज देख रही है। ताकि कोई संदिग्ध मिल जाए। पुलिस ने टिसुआ के पास कुछ भट्ठे वालों से पूछताछ की। भट्ठे वालों ने कहा कि उन्हें लगा कि कोई एक्सीडेंट हुआ है। जब वह मौके पर पहुंचे तब तक कारें जा चुकी थीं। पुलिस ने साथ में मौजूद कर्मचारी रामचंद्र और ड्राइवर इमरान के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल चेक की तो कोई भी संदिग्ध नंबर शुरुआत में नहीं मिला है।

पांच दिन में खुलासे का दावा

हाइवे पर ज्वैलर से लूटकांड के बाद शहर के व्यापारियों में गुस्सा है। संडे शाम को सराफा व्यापारी एसएसपी से आवास पर मिले। जिसके बाद व्यापारी उन्हें आईजी के पास लेकर पहुंचे। व्यापारियों ने जल्द खुलासे की मांग की। इस पर आईजी एसके भगत ने आश्वासन दिया कि पुलिस मामले के खुलासे के प्रयास कर रही है। पांच दिन में वारदात का खुलासा किया जाएगा। तब तक व्यापारी एसएसपी का सहयोग करें। कोई समस्या हो तो उन्हें आकर बताएं। आईजी व एसएसपी से मिलने पहुंचे व्यापारियों में राजकुमार अग्रवाल, प्रेम प्रकाश अग्रवाल, सुदेश अग्रवाल व अन्य मौजूद रहे।

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ट्रेन लूट को चोरी में किया दर्ज

<फतेहगंज पूर्वी में हाइवे पर ज्वैलर से ढाई करोड़ सोने के बिस्किट लूट में एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने थाना प्रभारी समेत भ् पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। शुरुआती जांच में थाना प्रभारी समेत पांचों पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में लापरवाही पाई गई है। वहीं लूटकांड में पुलिस ने शक के आधार ड्राइवर इमरान, पूर्व ड्राइवर प्रमोद और कर्मचारी रामचंद्र को हिरासत में ले रखा है। एक अन्य ड्राइवर मनोज की तलाश की जा रही है। पुलिस ने ज्वैलर के यहां काम करने वाले एक करीब एक दर्जन कर्मचारियों के मोबाइल नंबर्स भी सर्विलांस पर लगा दिए हैं। वारदात के खुलासे के लिए एक टीम पूछताछ के लिए लखनऊ भी भेजी गई है। क्राइम ब्रांच के साथ एसटीएफ को भी खुलासे में लगाया गया है। पुलिस वहां के ज्वैलर की शॉप की सीसीटीवी फुटेज चेक कर संदिग्धों की जांच करेगी। वहीं व्यापारियों ने एसएसपी जोगेंद्र कुमार व आईजी एसके भगत से मुलाकात कर जल्द वारदात के खुलासे की मांग की है।

ट्रेन चेक करें या हाइवे बचाएं

हाइवे लूट में एसएसपी ने पाया कि थाना प्रभारी योगेंद्र पाल शर्मा ने ड्यूटी में लापरवाही बरती है। एसएचओ ने बीट का वितरण नहीं किया था और क्राइम कंट्रोल के लिए कोई प्रयास नहीं किए थे। यही नहीं एसएसपी ने पाया कि टिसुआ रोड पर गश्त के लिए रवाना कांस्टेबल विपिन भाटी, हाइवे मोबाइल पर तैनात एसआई सांवल सिंह, कांस्टेबल रोहिताश कुमार और कांस्टेबल राहुल कुमार ने भी ड्यूटी में लापरवाही बरती है। इसकी वजह से इतनी बड़ी वारदात हुई। एसएसपी ने पांचों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। यही नहीं एसएचओ योगेंद्र पाल शर्मा ने कुछ घंटे पहले बिलपुर स्टेशन के पास पुरबिया एक्सप्रेस में हुई लूट में भी लापरवाही बरती थी। एसएचओ यहां तक कह रहे थे कि वह ट्रेन की रखवाली करें या फिर हाइवे की।

कार खराब होने का किया बहाना

पुलिस की जांच में आया है कि बदमाशों ने ज्वैलर प्रदीप अग्रवाल के ससुर अविनाश अग्रवाल का लखनऊ से पीछा नहीं किया था। बल्कि बदमाश पहले से ही ज्वैलर का इंतजार कर रहे थे। ज्वैलर लखनऊ से सैटरडे दोपहर करीब दो बजे निकला था। रास्ते में हाइवे पर सीतापुर के पास सभी ने खाना खाया था और फिर रास्ते में कहीं नहीं रुके। जैसे ही वे टिसुआ के पास पहुंचे तो देखा कि निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पास एक कार रुकी हुई थी और कार को कुछ लोग धक्का दे रहे थे। उन्हें लगा कि कार खराब होगी। जब वह कुछ समझ पाते कि अचानक कार उनकी कार के सामने आ गई और बदमाशों ने ड्राइवर साइड का शीशा तोड़कर तमंचा तान दिया था। उसके बाद बदमाश साइड में लेकर गए और फिर पूछा कि जल्दी से बताओ कि माल कहा हैं। जब उन्होंने माल होने से मना किया तो जूते छीन लिए और सोने के बिस्किट लूटकर फरार हो गए।

आसपास के लोग समझे एक्सीडेंट हुआ

वारदात के तरीके से आशंका जताई जा रही है की ज्वैलर के सोने के बिस्किट समेत बरेली आने की मुखबिरी लखनऊ से हुई हो, लेकिन बदमाशों के बरेली के ही होने की संभावना है, जो पहले से फ्लाईओवर के पास मौजूद थे। पुलिस की टीम लखनऊ में ज्वैलरी शॉप की सीसीटीवी फुटेज देख रही है। ताकि कोई संदिग्ध मिल जाए। पुलिस ने टिसुआ के पास कुछ भट्ठे वालों से पूछताछ की। भट्ठे वालों ने कहा कि उन्हें लगा कि कोई एक्सीडेंट हुआ है। जब वह मौके पर पहुंचे तब तक कारें जा चुकी थीं। पुलिस ने साथ में मौजूद कर्मचारी रामचंद्र और ड्राइवर इमरान के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल चेक की तो कोई भी संदिग्ध नंबर शुरुआत में नहीं मिला है।

पांच दिन में खुलासे का दावा

हाइवे पर ज्वैलर से लूटकांड के बाद शहर के व्यापारियों में गुस्सा है। संडे शाम को सराफा व्यापारी एसएसपी से आवास पर मिले। जिसके बाद व्यापारी उन्हें आईजी के पास लेकर पहुंचे। व्यापारियों ने जल्द खुलासे की मांग की। इस पर आईजी एसके भगत ने आश्वासन दिया कि पुलिस मामले के खुलासे के प्रयास कर रही है। पांच दिन में वारदात का खुलासा किया जाएगा। तब तक व्यापारी एसएसपी का सहयोग करें। कोई समस्या हो तो उन्हें आकर बताएं। आईजी व एसएसपी से मिलने पहुंचे व्यापारियों में राजकुमार अग्रवाल, प्रेम प्रकाश अग्रवाल, सुदेश अग्रवाल व अन्य मौजूद रहे।

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ट्रेन लूट को चोरी में किया दर्ज

BAREILLY:BAREILLY:

सैटरडे रात दो ट्रेनों में लूट व डकैती की वारदात में जीआरपी शुरू से ही लापरवाही बरत रही है। फ्राइडे रात को पुरबिया और पद्मावत एक्सप्रेस में लूट की वारदातें हुई। पद्मावत में हुई लूट का मुकदमा मुरादाबाद जीआरपी में दर्ज कर लिया गया, लेकिन पुरबिया एक्सप्रेस में हुई लूट में जीआरपी ने खेल कर दिया और लखनऊ चारबाग जीआरपी थाना में चोरी की एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं जीआरपी अभी तक दोनों वारदातों में कोई भी सुराग नहीं जुटा सकी है। एसएचओ जीआरपी बरेली सुनील दत्त ने बिलपुर के पास जाकर जांच की और आसपास के गांवों के लोगों से पूछताछ की। पुलिस अवैध वेंडर्स पर भी शक जता रही है। क्योंकि कुछ दिनों पहले वेंडर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।