- हेस्को ने ढोल-दमाऊं के साथ निकाली जागरूकता रैली

- कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ली हिमालय बचाने की शपथ

DEHRADUN : हिमालय बचाओ दिवस के मौके पर शुक्रवार को शहर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये। पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था हेस्को ने इस मौके पर गांधी पार्क में लोक संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों के साथ ही शहर में जागरूकता रैली निकाली, जबकि कांग्रेस भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को हिमालय बचाने की शपथ दिलाई गई। अनेक पर्यावरणविदों ने हिमालय को बचाने के लिए देश के सांसदों के नाम पत्र लिखकर हिमालय नीति बनाने की मांग की है।

हेस्को ने निकाली रैली

हेस्को की ओर से दून में हिमालय बचाने का संदेश देने के लिए एक जन जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली में बड़ी संख्या में ग्रामीणों और स्कूली बच्चों से हिस्सा लिया। रैली में शामिल होने आये लोग सुबह गांधी पार्क में जमा हुए, यहां ढोल दमाऊ की थाप पर पहाड़ी लोकनृत्य का आयोजन किया गया। इसके बाद हाथों में पर्यावरण और हिमालय बचाने के संदेश लिखी तख्तियां लिये लोगों ने शहर के विभिन्न मार्गो से होकर जन जागरूकता रैली निकाली।

कांग्रेसियों ने ली शपथ

राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कार्यकताओं में हिमालय और पर्यावरण बचाने के लिए काम करने शपथ दिलाई। अपने संबोधन में प्रीतम सिंह ने कहा कि भारतीय उप महाद्वीप की जलवायु पर हिमालय का गहरा असर पड़ता है, यदि हिमालय नहीं रहेगा तो सब कुछ खत्म हो जाएगा। हम सबका फर्ज है कि हिमालय को बचाने में अपना योगदान दें।

हिमालय नीति बने

उत्तराखंड में पर्यावरण संरक्षण आंदोलन से जुड़े लोगों ने देशभर के सांसदों को एक पत्र लिख कर संसद में हिमालय नीति बनाने की मांग की मांग की है। प्रो। वीरेन्द्र पैन्यूली, जगत सिंह जंगली, डॉ। अरविन्द दरमोड़ा, सुरेश भाई, प्रवीण कुमार भट्ट, डॉ। वीपी मैठाणी और प्रेम पंचाली के हस्ताक्षरयुक्त पत्र में कहा कि इस पत्र को लेकर अगले एक साल तक देशभर के सांसदों से सम्पर्क किया जाएगा और उन्हें हिमालय लोक नीति का दस्तावेज सौंपा जाएगा।