-बाल संप्रेक्षण गृह में कांस्टेबल ओमकार की हिमांशु ने की थी हत्या

-महज 13 साल की उम्र में एक युवक के पेट में घोंप दिया था चाकू

Meerut : एसटीएफ की मुठभेड़ में ढेर हुआ हिमांशु उर्फ टाइगर उर्फ नरसी महज 13 साल की उम्र में क्राइम की दुनिया में आ गया था, जब उसने छोटे से झगड़े में एक युवक के पेट में चाकू घोंप दिया था। लगातार 8 सालों में उसने नेशनल हाइवे पर 30 से ज्यादा लूट, हत्या, चोरी, जानलेवा हमले की कई घटनाएं अंजाम दीं।

योगेश भदौड़ा से जुड़े

एसपी सिटी रणविजय सिंह का कहना है कि हिमांशु व धीरज बदमाश योगेश भदौड़ा गैंग के लिए काम कर रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने अपना अलग गैंग भी बना लिया था।

23 केस दर्ज

एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि छानबीन में निकल कर आया है कि गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़, शामली व दिल्ली में हिमांशु उर्फ नरसी पर लूट, हत्या व डकैती के 23 मुकदमे दर्ज हैं।

2014 : बाल संप्रेक्षण गृह में बंद हिमांशु ने पुलिस लाइन के कांस्टेबल ओमकार सिंह की ईंट से कुचलकर हत्या कर दी थी।

2015 : पेशी पर लाते वक्त एक कांस्टेबल पर जानलेवा हमला किया था। इसके बाद वह पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया।

2018 : बीती 27 अप्रैल को मटौर के पास मुजफ्फरनगर के शाहवेज की बरात पर उसने हमला कर लूटपाट की। विरोध पर महविश की हत्या कर दी। एसटीएफ जांच में पता चला कि दुल्हन की मौत हिमांशु की गोली से हुई।