हिन्दुस्तानी एकेडेमी में नए अध्यक्ष के लिए लाबिंग तेज

अप्रैल आखिरी तक नया अध्यक्ष मिलने की संभावना

ALLAHABAD: हिन्दी और उर्दू साहित्य का इलाहाबाद में सबसे बड़ा केन्द्र हिन्दुस्तानी एकेडेमी को नए अध्यक्ष का बेसब्री से इंतजार है। गैर सरकारी पद होने की वजह से अध्यक्ष के मनोनयन के लिए एक शिक्षक और एक साहित्यकार ने अपने-अपने संपर्को के जरिए शासन तक लाबिंग तेज कर दी है। अध्यक्ष पद की दौड़ में गोरखपुर विश्वविद्यालय में प्रो। कुमार हर्ष का नाम सबसे आगे है। एकेडेमी के एक पूर्व अध्यक्ष भी दोबारा पद संभालने के लिए लखनऊ की दौड़ लगा रहे हैं। एकेडेमी प्रशासन की मानें तो सरकार अप्रैल के आखिरी सप्ताह तक नए अध्यक्ष का मनोनयन कर सकती है।

सीएम ने एकेडेमी का किया था जिक्र

हिन्दुस्तानी एकेडेमी की महत्ता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने दो दिवसीय दौरे पर 25 मार्च को पहली बार गोरखपुर पहुंचे थे। वहां पर हुई सभा में मुख्यमंत्री ने हिन्दुस्तानी एकेडेमी के प्रचार-प्रसार के लिए उसे और अधिक समृद्धि करने की बात कही थी। उस वक्त मुख्यमंत्री के साथ काफी देर तक प्रो। कुमार हर्ष को भी देखा गया था। तभी इस बात को बल मिला कि प्रो। कुमार को एकेडेमी के अध्यक्ष बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं।

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कार्यकाल पूरा किए बिना छोड़ा पद

प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद एकेडेमी के अध्यक्ष डॉ। सुनील जोगी ने 17 मार्च को अपना पद छोड़ दिया था। उनका कार्यकाल 15 अप्रैल तक के लिए था। डॉ। जोगी के पद छोड़ने के बाद वर्तमान में भाषा विभाग के प्रमुख सचिव सदाकांत कार्यवाहक अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

अध्यक्ष का पद गैर सरकारी होता है। हम लोग भी नए अध्यक्ष का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद कर हैं कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक सरकार अध्यक्ष की नियुक्ति कर दे।

-रविनंदन सिंह,

कोषाध्यक्ष हिन्दुस्तानी एकेडेमी