पद्मश्री डॉ। सुनील जोगी ने हिन्दुस्तानी एकेडमी के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

सपा सरकार में 15 अप्रैल 2013 को बनाया गया था डॉ। जोगी को अध्यक्ष

ALLAHABAD: प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता परिवर्तन का असर हर तरफ दिखाई देने लगा है। चाहे नौकरशाही हो या फिर सरकार द्वारा संस्थानों में मनोनयन की प्रकिया हो। इसका एहसास इलाहाबाद में भी दिखाई दिया है। समाजवादी पार्टी की सरकार में डॉ। सुनील जोगी को इलाहाबाद में हिन्दी और उर्दू साहित्य के सबसे बड़े केन्द्र हिन्दुस्तानी एकेडेमी का अध्यक्ष बनाया गया था। सत्ता परिवर्तन का ही असर रहा कि शुक्रवार को डॉ। जोगी ने एकेडेमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। जबकि उनका कार्यकाल अभी 15 अप्रैल तक बचा हुआ था।

नैतिकता को बताया आधार

डॉ। जोगी ने अपना त्यागपत्र प्रमुख सचिव भाषा सदाकांत को भेज दिया है। बता दें कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने डॉ। जोगी को 15 अप्रैल 2013 को हिन्दुस्तानी एकेडमी का अध्यक्ष नामित किया था। डॉ। जोगी ने बताया कि मुझे सपा सरकार में एकेडेमी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। प्रदेश सरकार के त्यागपत्र देने के बाद मेरा एकेडेमी के अध्यक्ष पद पर बने रहना नैतिक परंपराओं के अनुरूप नहीं होगा। इसलिए पद से त्यागपत्र दे दिया हूं।

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अब प्रमुख सचिव भाषा देखेंगे कामकाज

हिन्दुस्तानी एकेडेमी में नए अध्यक्ष की नियुक्ति होने तक प्रमुख सचिव भाषा ही अध्यक्ष पद का कामकाज देखेंगे। एकेडेमी के कोषाध्यक्ष रविनंदन सिंह ने बताया कि अब अध्यक्ष का काम प्रमुख सचिव के पास चला जाएगा। नियमित नियुक्ति होने तक वे दायित्व का निवर्हन करेंगे।