खीरी पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर असलहा व कारतूस किया बरामद

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PRAYAGRAJ: खीरी थाने के हिस्ट्रीशीटर संतोष सिंह पर फायरिंग कर जानलेवा हमले का प्रयास करने वाले तीन अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जिन अभियुक्तों को पकड़ा है उनमें उसका दोस्त सद्दाम उर्फ मन्ना, साथी नियाज अली उर्फ छोटू, कासिम खान को गिरफ्तार किया है। तीनों खीरी थाना क्षेत्र के डीही खुर्द गांव के निवासी हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने असलहा व कारतूस बरामद किया है। पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश किया।

जेल से छूटकर आया था

पुलिस लाइन स्थित सभागार में एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि लेडि़यारी निवासी जगदीश सिंह का बेटा संतोष सिंह क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर है। वह कुछ दिनों पहले ही जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आया था। शुक्रवार की रात संतोष साथी राहुल के साथ कोरांव गया था। लौटते वक्त दोस्त मन्ना का फोन आया। इसके बाद सभी लोग अरुआरी नहर के पास मिले। उस वक्त छोटू व कासिम भी थे।

बाइक को लेकर हुआ विवाद

इन लोगों के बीच बाइक को लेकर विवाद शुरू हो गया। विवाद बढ़ने पर संतोष ने सद्दाम को पीटना शुरू कर दिया। तभी तैश में आकर सद्दाम ने कमर से तमंचा निकालकर संतोष पर फायर कर दिया। गोली संतोष के सिर में लगी। गोली लगते ही सभी वहां से भाग निकले। एसओ वेद पाण्डेय व उनकी टीम ने तीनों को 24 घंटे के भीतर दबोच लिया।

सीज की गई थी बाइक

पूछताछ में पता चला कि दरोगा की पिस्टल छीनने के आरोप में संतोष को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। संतोष की बाइक भी सीज की गई थी। संतोष ने बाइक दूसरे से खरीदी थी लेकिन कागजात अपने नाम ट्रांसफर नहीं कराया था।

कोर्ट से रिलीज कराई बाइक

जेल में रहते हुए संतोष ने बाइक को छोटू के नाम ट्रांसफर करवाया और कोर्ट से रिलीज करवा लिया। छोटू से बाइक का पैसा भी लिया था लेकिन जेल से बाहर आते ही संतोष अपनी बाइक मांगने लगा। विवाद होने पर उसने गाली-गलौज व मारपीट की थी। एसएसपी ने आरोपितों की गिरफ्तारी पर टीम को 20 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की।