VC office में घुस कर्मचारी को पीटा था, professor पर भी हमला

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बढ़ती अराजकता बनी चिंता का सबब

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: बीते कुछ दिनों से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का माहौल अराजकता की भेंट चढ़ता चला जा रहा है। पहले छात्रों के आन्दोलन को लेकर कैम्पस छावनी बना रहा। इस बीच माहौल कुछ शान्त हुआ तो बीते 01 मार्च को तृतीय श्रेणी कर्मचारी यूनियन मिनिस्टीरियल एंड टेक्निकल स्टॉफ के अध्यक्ष डॉ। संतोष सहाय पर छात्रनेता द्वारा हमले का मामला सामने आ गया। सिलसिला यहीं नहीं रूका, कर्मचारी शान्त पड़ ही रहे थे कि उनके आन्दोलन का समर्थन कर रहे छात्रसंघ पदाधिकारियों के साथ शामिल छात्रनेता सूर्य प्रकाश मिश्र पर छात्रसंघ भवन के पास हमला हो गया।

तब तीन दिन रही थी बंदी

गौरतलब है कि कर्मचारी नेता पर हमले से आक्रोशित हजारों कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन को मंडे को पूरे सात दिन हो गये। इस बीच मामला शान्त होने की बजाय गर्माता ही जा रहा है। पूरे आन्दोलन के केन्द्र में वाइस चांसलर प्रो। आरएल हांगलू हैं। कर्मचारियों ने मंडे को शिक्षक संघ की हड़ताल वापस लेने की अपील को भी खारिज कर दिया है। इससे वर्ष 2013 जैसे हालात फिर बन रहे हैं। उपरोक्त वर्ष में पहली घटना 02 फरवरी 2013 को हुई थी। जब तत्कालीन वीसी प्रो। एके सिंह के कार्यकाल में छात्रसंघ पदाधिकारियों की अगुवाई में छात्रों ने वीसी ऑफिस में घुसकर मारपीट तोड़फोड़ की थी। इसके बाद विवि को चार से छह फरवरी तक बंद कर दिया गया था।

सकते में था पूरा प्रशासन

मारपीट की यह घटना इविवि में आयोजित संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा में प्राचीन इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग में शोध प्रवेश में गड़बड़ी का आरोप लगने के बाद हुई थी। इस पूरे वाकये ने विवि प्रशासन को सकते में डाल दिया था। इसके बाद दूसरी घटना 29 फरवरी 2013 को घटी। इसमें जेके इंस्टीट्यूट एप्लाइड फिजिक्स एंड टेक्नोलॉजी के हेड प्रो। आरआर तिवारी को मुस्लिम बोर्डिग के लड़कों ने कार्यालय में घुसकर जमकर पीटा था।

आटा ने की थी हड़ताल

घटना की वजह यह थी कि जेके इंस्टीट्यूट में इसी वर्ष बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स में प्रवेश लेने वाले विकलांग छात्र मो। आफताब आलम ने विभागाध्यक्ष और क्लर्क पर प्रताडि़त किए जाने का आरोप लगाया था। आरोप था कि सत्र परीक्षा के लिए सहायक की मांग नहीं पूरी होने के कारण वह परीक्षा न दे सका। तब प्रोफेसर की पिटाई से आहत इलाहाबाद यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (आटा) एवं वर्तमान में बीएचयू के वीसी प्रो। गिरीश चन्द्र त्रिपाठी के आह्वान पर शिक्षकों ने कई दिनों के लिये विवि में हड़ताल कर दी थी। उस समय वर्तमान में कर्मचारियों की ही तरह शिक्षकों का भी आक्रोश वीसी प्रो। एके सिंह द्वारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल से सीधे वार्ता न किये जाने को लेकर आक्रोश था।

घटना एक

02 फरवरी 2013

इविवि के कुलपति कार्यालय में घुसकर कर्मचारी एमपी निराला के साथ मारपीट और तोड़फोड़ की गई थी। इसमें तत्कालीन कुलपति प्रो। एके सिंह के निर्देश पर प्रॉक्टर ने छात्रसंघ अध्यक्ष दिनेश सिंह यादव, उपाध्यक्ष शालू यादव, अविनाश दुबे व अजीत यादव सहित 34 लोगों के खिलाफ कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उस समय वीसी ने कड़ी कार्रवाई करते हुये अध्यक्ष दिनेश सिंह यादव के अलावा छात्रनेता अविनाश दुबे व अजीत यादव को निष्कासित तथा उपाध्यक्ष शालू यादव को निलंबित कर दिया था।

घटना दो

29 फरवरी 2013

इविवि में गुरु-शिष्य परम्परा तार- तार हो गई। जब विकलांग साथी को प्रताडि़त किए जाने से मुस्लिम बोर्डिग हॉस्टल के छात्रों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने विज्ञान संकाय स्थित जेके इंस्टीट्यूट में घुसकर विभागाध्यक्ष प्रो। आरआर तिवारी को कार्यालय से घसीटकर पीटा। कक्षाओं में घुसकर तोड़फोड़ भी की। पूरा वाकया चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरके उपाध्याय की आंखों के सामने हुआ। इसके बाद इविवि शिक्षक संघ ने हड़ताल की घोषणा कर दी।