-बेकनगंज के चीना पार्क के पास देर शाम को हुई वारदात, घर के नीचे हिस्ट्रीशीटर फुफेरे भाई से कर रहा था बात

-तीन बाइक से छह बदमाशों ने वारदात को अन्जाम दिया, दो की हुई पहचान

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KANPUR: बेकनगंज की गलियों में अपराध से बादशाहत जमाने वाले हिस्ट्रीशीटर शानू बादशाह को क्या पता था कि रविवार को उसकी मौत का दिन मुकर्रर हो चुका है। वो बेफ्रिक होकर घर के नीचे फुफेरे भाई से बात कर रहा था कि उसकी रेकी हो गई। तीन बाइक से आए आधा दर्जन शार्प शूटर वहां पहुंच गए। शानू कुछ कर पता कि इससे पहले शूटरों ने पिस्टल से फायरिंग कर उसको गोलियों से छलनी कर दिया। ताबड़तोड़ फायरिंग से इलाके में हड़कम्प मच गया और अपराध से बादशाह का नाम कमाने वाले शानू की खून से सनी लाश रोड पर पड़ी थी। घरवाले उसे उर्सला ले गए। जहां पर डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस, फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड की टीम ने मौके में जाकर पड़ताल की। एसएसपी, एसपी, सीओ समेत अन्य पुलिस अफसर ने मौके पर पहुंच गए। शुरुआती जांच में दो शातिर बदमाशों ने नाम सामने आए हैं। जिससे गैंगवार होने की भी संभावना बढ़ गई है।

आरिफ जमाल बना शानू बादशाह

बेकनगंज के चीना पार्क के पास फजल हुसैन के हाते में रहने वाले शानू बदशाह का असली नाम आरिफ जमाल है। उसके परिवार में मां, बहन, गर्भवती पत्नी निशा और छोटा भाई है। शानू पहले लेदर और फिर रेडीमेड गारमेंट्स का काम करता था। कुछ सालों पहले वो शातिर अपराधी शाहिद पिच्चा के संपर्क में आ गया। जिसके बाद वो विवादित प्रापर्टी की खरीद-फरोख्त करने लगा। जिसको लेकर उसका कई लोगों से विवाद चल रहा था। रविवार की शाम वो घर लौटा था। वो घर पर खाना खाने के बाद बाहर टहलने के लिए आया, तो वहां पर विक्की को खड़ा देख वो उससे बात करने लगा। उसे क्या पता था कि घर के नीचे ही उसकी रेकी हो जाएगी। तीन बाइक से छह शार्प शूटर आए और उन्होंने पिस्टल से फायरिंग कर शानू को छलनी कर दिया। विक्की शोर मचाते हुए उनके पीछे दौड़ा, लेकिन वे पिस्टल लहराते हुए भागने में कामयाब हो गए। विक्की उसको लहुलुहान हालत में उर्सला लेकर भागा, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। बदमाशों ने दो की पहचान होने की बात सामने आ रही है। आरोप है कि सबलू उर्फ इजाहरुद्दीन सिद्दीकी और शहजाद उर्फ कालू कार्लोस ने उस पर गोलियां चलाई है। एसएसपी शलभ माथुर का कहना है कि अभी पुलिस जांच कर रही है। जल्द ही हत्यारों का पता चल जाएगा।

सीने और सिर पर लगी गोली

कालू कार्लोस और सबलू शार्प शूटर है। इलाके में कहा जाता है कि उनका निशाना चूकता नहीं है। उन्होंने शानू के सीने और सिर पर गोली मारी है, ताकि वो बच न पाए। इसके साथ उन्होंने इलाके में दहशत फैलाने के लिए सात से आठ राउण्ड हवाई फायरिंग भी की। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है।

प्रापर्टी को लेकर मर्डर कर चुका है शानू

शानू बादशाह कम लागत में ज्यादा कमाई के लालच में विवादित प्रापर्टी को खरीदना और बेचना शुरू कर दिया था। उसने एक साल पहले विवादित प्रापर्टी को लेकर मर्डर भी किया था। इस मामले में वो दो महीने पहले ही जेल से छूटकर आया था। उस पर हत्या का प्रयास, मारपीट समेत कई मुकदमे भी दर्ज हैं।

आरिफ से शानू बादशाह का सफर

इलाकाई सूत्रों के मुताबिक शानू पहले रेडीमेड और लेदर फिनिशिंग का काम करता था। उसने करीब छह साल पहले एक विवादित प्रापर्टी खरीदी थी। उसी दौरान उसकी शाहिद पिच्चा से दोस्ती हो गई। वो जेल गया तो वहां पर वो अन्य अपराधियों के टच में आ गया और आरिफ से शानू बादशाह बन गया। जेल से छूटने के बाद उसका किसी प्रापर्टी में हिस्सेदारी को लेकर शाहिद पिच्चा से विवाद हो गया। जिसके बाद उसने शाहिद का साथ छोड़कर अपना अलग काम करने लगा। इजराइल आटा वाला गैंग के गुर्गे

शानू बादशाह के मर्डर में शहजाद उर्फ कालू कार्लोस और सबलू उर्फ इजाहरुद्दीन सिद्दीकी का नाम सामने आया है। कालू और सबलू दोनों शातिर अपराधी और शूटर है। दोनों भाड़े में हत्या करते है। दोनों इजराइल आटा वाला के गैंग के गुर्गे है। इजराइल और शाहिद पिच्चा में दुश्मनी चलती थी, लेकिन उन्होंने मोनू पहाड़ी के चलते हाथ मिला लिया था। कालू कार्लोस किदवईनगर में एक वकील की हत्या में भी जेल जा चुका है। उसने इजरायल आटा वाला के कहने पर हत्या की थी। इसके अलावा कालू पर कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं। सबलू भी शातिर अपराधी है, लेकिन उसका पहली बार किसी केस में नाम आया है।

शाहिद पिच्चा की मौजदूगी में हुआ मर्डर

सोर्सेज के मुताबिक शानू को मारने वाले बदमाशों ने शाहिद पिच्चा भी था, लेकिन उसने शानू पर गोली नहीं चलाई थी। शानू ने शाहिद को देख लेने की धमकी दी थी। जिसके चलते शाहिद उससे बदला लेना चाहता था। सोर्सेज के मुताबिक इसलिए उसने शानू का कत्ल करवाया है। वो सिर्फ शानू की हत्या देखने के लिए ही वहां पर पहुंचा था।

शुरू हो सकता है गैंगवार

शानू का मर्डर एक विवादित जमीन को लेकर हुआ था। जिसकी कीमत करोड़ों में है। इस जमीन पर शाहिद पिच्चा, इजरायल आटा वाला समेत कई बदमाशों की नजर है। माना जा रहा है कि शानू के मर्डर से एक नए गैंगवार की शुरुआत हुई है। पहले इन इलाकों में स्मैक समेत मादक पदार्थ की तस्करी को लेकर गैंगवार होता था, लेकिन अब प्रापर्टी ने इसकी जगह ले ली है। इलाके में माना जा रहा है कि शानू के साथी बदला लेने के लिए जल्द ही कोई वार कर सकते हैं।