- होलिका जलाने के लिए लेनी होगी थानेदार की परमिशन

- डीजीपी करेंगे मॉनिटरिंग, लापरवाही पर होगा एक्शन

Meerut : होली के रंग में भंग न पड़े, इसकी पूरी जिम्मेदारी थानेदारों की होगी। थानेदार सिर्फ खानापूर्ति न कर दें, इसके लिए उनसे सर्टिफिकेट मांगा गया है। इसमें लिखना होगा कि उनके थाना एरिया में पहले से किसी भी होली के दहन को लेकर कोई विवाद और आपत्ति नहीं है। सभी प्रमाण एसपी ऑफिस में रखे जाएंगे और इनकी आईजी के थ्रू डीजीपी मॉनिटरिंग करेंगे। यदि किसी थाना एरिया में बवाल हुआ तो थानेदार खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। सिटी में क्भ्00 होलिका दहन की जाएंगी। ऐसे में पुलिस के लिए बड़ी चुनौती भी है।

अतिसंवेदनशील है मेरठ

त्योहारों पर दूसरे समुदायों के लोगों की आपत्ति की वजह से यूपी के कई शहरों में पहले ही विवाद हो चुके हैं। होली पर रंग और हुड़दंग दोनों होता है। इसके अलावा जगह-जगह होलिका दहन भी होती है। इसके चलते दूसरे समुदाय के लोग आपत्ति भी जताते हैं। मेरठ यूपी के अति संवेदनशील शहरों की लिस्ट में शामिल है। यहां पर पहले भी कई बवाल हो चुके हैं, जिससे यहां का माहौल खराब हो चुका है। ऐसे में पुलिस प्रशासन की नींद उड़ी हुई है। जिस दिन रंग खेल जाएगा उसी दिन जुमे की नमाज है, इसलिए पूरे दिन भी कड़ी सुरक्षा इंतजाम किया जाएगा।

नहीं पड़ेगी नई परंपरा

सभी थानेदारों को निर्देश दिया गया है कि वह अपने एरिया में सही से भ्रमण कर लें कि जितने होलिका दहन पहले होते रहे हैं उतने ही होलिका दहन किए जाएं। कोई भी नई परंपरा भी नहीं पड़ने दी जाए। किसी नए स्थान पर भी होलिका दहन नहीं किया जाएगा। यही नहीं होलिका दहन को लेकर कोई पहले से विवाद तो नहीं है। या फिर कोई नई आपत्ति तो नहीं आई है। इन सबकी डिटेल एक सर्टिफिकेट के रूप में एसपी ऑफिस में भेजनी होगी। इसके अलावा जुलूसों पर भी नजर रहेगी।

फोन पर भी ली जा रही जानकारी

डीजीपी का आदेश मिलते ही मेरठ पुलिस ने होलिका दहन को लेकर पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। सबसे ज्यादा सिटी में होलिका दहन पर नजर रखी जा रही है। इसके लिए सिटी में जलने वाले होलिका की पूरी लिस्ट तैयार कर ली गई है। किस थाने में कितनी होलिका जलेगी, इसका भी डाटा तैयार किया गया है। एसपी सिटी ऑफिस से सिटी के सभी थानों से उनके एरिया में होने वाली होली की लिस्ट के साथ-साथ पहले से हुए विवाद के बारे में भी पूछा जा रहा है।