शहर के तमाम अपार्टमेंट्स में एक साथ मनाया जाता है होली का त्योहार

रेडिमेड होता है इंतजाम, नही होती तैयारियों की माथापच्ची

ALLAHABAD: त्योहारों का आयोजन होता ही है समाज को एक वर्ग में बांधकर एक मंच पर लाने के उददेश्य से। शहर के तमाम अपार्टमेंट्स पर यह जुमला बिल्कुल फिट बैठता है। यहां तमाम त्योहार एक साथ मनाया जाता है। सालभर भले ही साथ बैठने का समय न मिले लेकिन त्योहारों पर सभी एक साथ आ जाते हैं। इसके लिए उन्होंने डिफरेंट आयडिया भी तैयार किया है, जो बिल्कुल फिट है।

कोई झंझट नही, बस एंज्वॉय करिए

शहर में दर्जनों की संख्या में अपार्टमेंट्स हैं। यहां पर अलग-अलग फ्लैट्स में परिवार रहते हैं लेकिन जब होली का त्योहार होता है तो एक साथ आ जाते हैं। सबसे अहम यह कि उन्हे त्योहार का कोई तैयारी नही करनी पड़ती। अपार्टमेंट के सेक्रेटरी, प्रेसीडेंट या आउट साइडर कांट्रेक्टर को त्योहार के इंतजाम की जिम्मेदारी दे जाती है। सभी फैमिलीज मेन्यू सेलेक्ट में अपनी राय भी देती है। बाद में फाइनल मेन्यू दावत में परोसा जाता है।

टेरिस या लॉन पर होता है धमाल

होली का त्योहार अपार्टमेंट्स के टेरिस या लॉन पर आर्गनाइज किया जाता है। यहां के मेंबर्स का कहना है कि त्योहार तो एक बहाना होता है। असल में बिजी लाइफ में एक दूसरे से मिलने का मौका नही मिलता है। यहां तक कि लोगों के पास बहुत अधिक इंतजाम करने का समय भी नही होता। इसलिए किसी एक व्यक्ति को इंतजाम करने की जिम्मेदारी दे दी जाती है। त्योहार के बहाने लोग एक दूसरे के साथ समय बिताते हैं और सुख दुख भी बांट लेते हैं।

बाहरियों की होती है नो एंट्री

मेंबर्स का कहना है कि त्योहार पर केवल अपार्टमेंट के लोग ही शामिल होते हैं और बाहरियों को नो एंट्री होती है। इससे दो फायदे होते हैं। इन हाउस लोगों की सिक्योरिटी सलामत रहती है और अराजकता का माहौल नही बनता। उनका कहना है कि सड़कों पर जमकर हुड़दंग होता है इसलिए अपने प्रमाइसेस में होली खेलना सेफ होता है। यही कारण है कि इस कल्चर को सभी अर्पामेंट्स फालो करते हैं।

हम सबलोग एक साथ रंग खेलते हैं। किसी एक व्यक्ति को इतजाम करना होता है। इसके पीछे मकसद सभी को एक साथ एक मंच पर लाना होता है। हम सब मिलकर जमकर इंज्वॉय करते हैं।

मैथिली, मां काली अपार्टमेंट, म्योराबाद

हमारे अपार्टमेंट में कुल 40 फ्लैट हैं। कोशिश होती है कि त्योहार एक साथ मिलकर मनाया जाए। सभी जब एक साथ एकत्र होते हैं तो इसका मजा ही कुछ और होता है।

रिजू श्रीवास्तव, अन्नपूर्णा विहार, स्टेनली रोड