शराब तस्करों से निपटने के लिए आबकारी अधिकारियों ने उठाया है कदम

Meerut। शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश डालने हुए अब आबकारी सिपाहियों के साथ होमगार्ड भी नजर आएंगे। आबकारी अधिकारियों ने होमगार्ड कमाडेंट से 50 होमगार्डो की मांग की है। आबकारी विभाग के कमिश्नर राजेश मणि त्रिपाठी का कहना है कि अभी फिलहाल 50 होमगार्डो से काम चलाया जाएगा। इसके बाद जरूरत होगी तो इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है।

ये है मामला

मेरठ में कई बार शराब तस्कर छापा मारने आए आबकारी अधिकारी व सिपाहियों पर जानलेवा हमला कर चुके हैं। हमले में कई बार आबकारी दरोगा व सिपाही चोटिल भी हो चुके हैं। चूंकि आबकारी विभाग में सिपाहियों की संख्या बहुत कम है। इसलिए शराब तस्कर इसका फायदा उठाकर दबिश डालने आए अधिकारियों की पिटाई तक कर देते हैं। ऐसा ही एक घटना बीते दिनों मंगतपुरम में घटी थी। जब शराब माफिया रमेश प्रधान ने आबकारी की टीम पर फायरिंग कर दी थी। जिससे एक सिपाही गंभीर रूप से चोटिल हो गया था।

पुलिस नहीं देती साथ

जिला आबकारी अधिकारी आलोक कुमार का कहना है कि शहर के कई क्षेत्रों में खुलेआम शराब की बिक्री होती है। जब आबकारी पुलिस दबिश डालने के लिए स्थानीय पुलिस की मदद मांगती है तो थानेदार फोर्स देने से मना कर देता है।

एक नजर में

5 - आबकारी दरोगा

16- आबकारी सिपाही

50- होमगार्ड की है मांग

8- स्थानों को आबकारी विभाग ने अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा है