UTTARKASHI: भारत-चीन सीमा पर स्थित नेलांग चौकी पर तैनात आईटीबीपी के हिमवीरों के साथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने नववर्ष मनाया। इस दौरान गृहमंत्री ने कहा कि 'आपके जज्बे से ही सीमाएं सुरक्षित हैं। उन्होंने सभी जवानों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि अब क्क् हजार अथवा इससे अधिक ऊंचाई (हाई एल्टीट्यूड) पर तैनात जवानों को यहां तीन माह की अवधि नहीं गुजारनी होगी। इस अवधि को कम किया जा रहा है। हालांकि यह कितनी होगी अभी नहीं कहा जा सकता।

 

 

जवानों ने गृहमंत्री का गर्मजोशी से किया स्वागत

रविवार को उत्तरकाशी के पास आईटीबीपी के मातली शिविर में जवानों के साथ पुराने साल को विदाई देकर सोमवार सुबह गृहमंत्री सीमा पर स्थित अग्रिम चौकी नेलांग के लिए रवाना हुए। दरअसल इन दिनों नेलांग में अधिकतम तापमान शून्य से एक डिग्री कम और न्यूनतम माइनस 15 डिग्री सेल्सियस के करीब है। आईटीबीपी के एडजुटेंट प्रदीप गुलेरिया ने बताया कि सवा दस बजे जब राजनाथ नेलांग पहुंचे तो वहां तापमान माइनस छह डिग्री सेल्सियस था। चौकी के सौ जवानों ने गृहमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। गृहमंत्री ने जवानों को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं और उनका हालचाल जाना। कहा, सेना, अ‌र्द्धसैनिक, पुलिस बल एवं अन्य सुरक्षाकर्मियों के कारण देश में शांति एवं सुरक्षा का माहौल कायम है।

 

 

जवानों के साथ किया जलपान

नेलांग में तैनात क्ख्वीं वाहिनी आईटीबीपी के सहायक सेनानी सुमित और निरीक्षक रजनीकांत से घाटी में पल-पल बदलते मौसम के बारे में जानकारी ली तो द्वितीय कमान अधिकारी धर्मपाल सिंह रावत से अन्य चौकियों के बारे में जानकारी ली। गृहमंत्री ने चौकी में जवानों के रहने-खाने की व्यवस्था का निरीक्षण किया। जवानों द्वारा तैयार वाटिका को देखकर राजनाथ अभिभूत हो गए। इसके बाद उन्होंने जवानों के साथ उन्होंने जलपान भी किया। करीब डेढ़ घंटा बिताने के बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए। जवानों को संबोधित करते हुए राजनाथ ने ऐलान किया कि अब नौ हजार फीट की ऊंचाई पर तैनात जवानों को भी लाइट वेट क्लोथ (बर्फ में पहने जाने वाले हल्के वजन के गर्म कपड़े) दिए जाएंगे। अब तक ये कपड़े क्ब् हजार फीट की ऊंचाई पर तैनात जवानों को ही दिए जाते हैं। इस दौरान उनके साथ आईटीबीपी के महानिदेशक आरके पचनंदा भी थे।