ट्रैफिक नहीं चेकिंग में बिजी

ट्रैफिक डिपार्टमेंट से ट्रैफिक ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड्स वाहनों की रफ्तार पर अंकुश लगाने की जगह वाहन चेकिंग में बिजी हैं। सिटी के मेन चौराहे हों या फिर हाईवे ये ट्रैफिक कंट्रोल करने से ज्यादा गाड़ियों की चेकिंग करते नजर आ रहे हैं। साथ ही चेकिंग में जमकर वसूली का खेल भी खेला जा रहा है। इनके निशाने पर ज्यादातर रूरल एरिया से आने वाले व्हीकल ऑनर हैं या फिर कॉमर्शियल व्हीकल ड्राइवर।

यार्ड से पहले हो जाता है सौदा

चेकिंग के दौरान चौराहों पर पकड़े गए वाहनों को यार्ड में भेजा जाता है ताकि उनका चालान कर समन शुल्क वसूला जाए। चेकिंग प्वाइंट से एक होमगार्ड को गाड़ी के साथ यार्ड भेजा जाता है लेकिन रास्ते में ही गाड़ी का सौदा हो जाता है और पैसा वसूल कर उसे छोड़ दिया जाता है। इस बार खुद होमगार्ड प्रभारी ने मामला रंगेहाथ पकड़ा।

फोर्स की कमी के चलते बने सहारा

ट्रैफिक डिपार्टमेंट में फोर्स की भारी कमी के चलते मदद के लिए बड़ी संख्या में ट्रैफिक होमगार्ड को ड्यूटी पर लगाया गया है। नियमानुसार टीएसआई या ट्रैफिक हेड कांस्टेबल के साथ ट्रैफिक होमगार्ड की ड्यूटी लगाई जानी चाहिए लेकिन सरेआम चौराहे पर ड्यूटी करने के दौरान वाहन चेकिंग भी कर रहे हैं। ओवरलोडिंग कामर्शियल व्हीकल हो या फिर दो पहिया वाहन। उनकी तीखी नजर से कोई नहीं बचता।

100 है सुविधा शुल्क

सहजनवां में रहने वाला सोनू ने कुछ दिन पहले बाइक खरीदी थी और सिटी में गाड़ी के पेपर लेने शोरूम जा रहा था। चेकिंग के दौरान ट्रैफिक होमगार्ड ने धर्मशाला के पास उसकी गाड़ी रोक दी और चालान करने की बात कहकर अरदब में ले लिया। चालान से बचने के लिए सोनू बीच का रास्ता निकालने के लिए कहा तो होमगार्ड ने पांच सौ रुपए की डिमांड की। सोनू ने उसके हाथ में 100 रुपए रख दिए और यार्ड से पहले ही गाड़ी छोड़ दी।

रंगे हाथ पकड़ा गया होमगार्ड

प्रभारी होमगार्ड ड्यूटी चेकिंग में थे और होमगार्ड की हरकत को रंगेहाथ पकड़ लिया। प्रभारी ने ट्रैफिक कार्यालय में होमगार्ड के खिलाफ रिपोर्ट दे दी। जिसके बाद उसे तत्काल ट्रैफिक ड्यूटी से कार्यमुक्त कर दिया गया। यह ऐसा पहला मामला नहीं है परडे इस तरह की वसूली शहर में आम हो गई। रोड पर चेकिंग के नाम पर वाहन जब्त किए जाते हैं लेकिन यार्ड तक कार्रवाई के लिए नहीं पहुंचे। बीच में ही सुविधा शुल्क लेकर उन्हें छोड़ दिया जाता है।

वर्जन-

यदि काफी गंभीर मामला है। होमगार्ड्स को पेपर चेक करने का आदेश नहीं है। इसकी औचक चेकिंग कराई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसपर कार्रवाई की जाएगी।

रमाकांत प्रसाद, एसपी ट्रैफिक