-30 फीसदी का होमगार्ड्स का बढ़ा हुआ था ब्लड प्रेशर

- बेली हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने जांची होमगा‌र्ड्स की हेल्थ

-आधे से अधिक पेट की बीमारियों से परेशान

ALLAHABAD: चुनाव कराना हो या चौराहे पर ट्रैफिक संभालना हो, अफसरों की सेवा करनी हो या थानेदार को चाय-पानी पहुंचाना हो, हर मर्ज की सिर्फ एक ही दवा है 'होमगार्ड'। अफसरों के डॉगी को टहलाने से लेकर सब्जी तक पहुंचाने वाले होमगार्ड धूप, धुएं और धूल के ट्रिपल स्ट्रोक से बेहाल हो रहे हैं। दिन-रात अफसर से लेकर सिपाही तक की एक आवाज पर सेवा को तत्पर रहने वाले होमगा‌र्ड्स भीतर से खोखले जाते जा रहे हैं। कड़ी ड्यूटी और खाने-पीने में लापरवाही के कारण होमगार्ड पेट से संबंधित बीमारियों के शिकार तो हो ही रहे हैं, उनका ब्लड प्रेशर भी हाई हाे रहा है।

क्फ्0 होमगा‌र्ड्स का चेकअप

होमगा‌र्ड्स की बिगड़ती हालत का पता शनिवार को पुलिस लाइन में तब चला, जब बेली अस्पताल के डॉक्टरों से उनका चेकअप करवाया गया। हेल्प कैंप में ट्रैफिक पुलिस के साथ ड्यूटी करने वाले क्फ्0 होमगार्ड का चेकअप हुआ। बेली अस्पताल की फिजीशियन डॉ। नीति श्रीवास्तव, ईएनटी सर्जन डॉ। डीके त्रिपाठी, पैथॉलाजिस्ट डॉ। एसके श्रीवास्तव, आई सर्जन डॉ। केके मिश्रा ने हेल्थ चेक किया। क्फ्0 में से फ्9 का ब्लड प्रेशर बढ़ा मिला। म्7 को पेट की बीमारियों से परेशान निकले। किसी को एसिडिटी की शिकायत थी तो किसी के पेट में दर्द होता रहता था। क्9 होमगार्ड की नजरें कमजोर मिलीं तो क्म् ने बताया कि उनको कभी-कभी सांस लेने में दिक्कत होती है। ख्8 का ब्लड शुगर भी नार्मल से कुछ ज्यादा मिला। ब्7 ने सिरदर्द बने रहने और बेचैनी की भी शिकायत की। डॉक्टर्स ने दवाएं लिखीं और फुल चेकअप के लिए बेली हॉस्पिटल आने को कहा।

चाय-समोसे ने बिगाड़ा हाजमा

होमगा‌र्ड्स को पेट संबंधित बीमारियां खाने का कोई रुटीन न होने के कारण हुई। अधिकांश का कहना था कि ड्यूटी के वक्त चाय और समोसे से ही काम चलता है। चाय-समोसा कम करने के साथ ही, साफ और ज्यादा पानी पीने की सलाह दी गई। लंच और डिनर के लिए एक टाइम सेट करने को भी कहा गया।

मजदूरों से भी कम मानदेय

डेली आठ घंटे काम करने पर मजदूर को फ्00 से फ्भ्0 रुपए तक मिलते हैं, लेकिन दिन भर धूप में खटकने वाले होमगार्ड को डेली ख्ख्भ् रुपये ही दिए जाते हैं। ड्यूटी ऑवर भी फिक्स नहीं होता। कई बार तो क्0 घंटे तक ड्यूटी करनी पड़ती है।

क्8क् होमगा‌र्ड्स हैं ट्रैफिक ड्यूटी पर

ट्रैफिक पुलिस को क्8क् होमगार्ड मिले हैं। दिन में ड्यूटी के कारण भ्क् चेकअप के लिए आ नहीं सके। बाकी के बचे ट्रैफिक होमगा‌र्ड्स ख्9, फ्0 जून और एक जुलाई को अलग-अलग शिफ्ट में बेली अस्पताल बुलाया गया है। कैंप का उद्घाटन एसएसपी केएस इमैनुएल ने किया। इस दौरान होमगार्ड कमांडेंट प्रियव्रत सिंह, इंस्पेक्टर लक्ष्मी शंकर यादव, अंतिम सिंह, केएन पांडेय आदि मौजूद रहे।

ैक्ट फाइल

-डिस्ट्रिक्ट में टोटल क्800 होमगार्ड हैं तैनात

-क्म्00 होमगार्ड पुलिस के साथ हैं अटैच

-रोज ख्ख्भ् रुपये मिलता है मानदेय

-कहने को आठ घंटे की डयूटी है लेकिन दिन रात करवाया जाता है काम

-ट्रैफिक होमगार्ड के पास मास्क नहीं होता

- फ्0 परसेंट होमगा‌र्ड्स ओवर वेट मिले। वजह थी खाने पीने का कोई टाइम न होना। ज्यादातर भूख मिटाने के लिए अनहेल्दी डाइट लेते हैं। सभी को डाइट चार्ट दिया गया और ड्यूटी ऑवर्स में ज्यादा पानी पीने की एडवाइस दी गई।

-डॉ। नीति श्रीवास्तव, बेली हॉस्पिटल

यह पहला मौका है जब इस तरह का हेल्थ चेकअप कैंप आयोजित किया गया। बचे हुए होमगा‌र्ड्स का नेक्स्ट वीक बेली अस्पताल में चेकअप करवाया जाएगा। सभी का हेल्थकार्ड बनेगा और आगे से रुटीन चेकअप करवाया जाएगा।

-प्रियवृत सिंह, कमांडेंट होमगार्ड