-एंबुलेंस पर मरीज को देखा, लिख कर देने को कहा तो हुए हमलावर

-ईएमओ, फार्मासिस्ट को आईं चोटें, दौड़ाकर एक आरोपी को पकड़ा

BAREILLY:

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में बिथरी से गंभीर मरीज लेकर आए तीमारदारों ने ओन रिस्क फॉर्म पर साइन करने को लेकर ट्यूजडे को हॉस्पिटल में हंगामा कर दिए। तीमारदार डॉक्टरों पर हमलावर हो गए। उन्होंने ईएमओ, चेस्ट विशेषज्ञ व फार्मासिस्ट को पीटा। डॉक्टरों ने मौके पर एक आरोपी को दबोच लिया, जबकि अन्य फरार हो गए। बाद में उसे कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया गया।

बिथरीचैनपुर के गांव परसौना निवासी बशीर खां को टीबी है, जिसका इलाज चल रहा है। वह पिछले चार दिन से स्टेडियम रोड स्थित श्री संत हॉस्पिटल में भर्ती थे। ट्यूजडे दोपहर दो बेटे और कुछ महिलाएं उन्हें एंबुलेंस से लेकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड पहुंची। ईएमओ डॉ। हरीश चंद्रा और चेस्ट विशेषज्ञ डॉ। वीके धस्माना ने बाहर आकर एंबुलेंस में ही मरीज को देखा। डॉ। धस्माना ने मरीज की हालत गंभीर होने के चलते भर्ती करने से पहले ओन रिस्क फॉर्म को फील कर देने को कहा। इसी बात पर तीमारदार हॉस्पिटल में हंगामा करने लग गए। एंबुलेंस चालक समेत बशीर के दो बेटे डॉक्टरों पर हमलावर हो गए। बीचबचाव में चीफ फार्मासिस्ट बीसी यादव व इमरजेंसी में तैनात फार्मासिस्ट अरविंद कुमार भी आ गए। इस पर तीमारदारों ने डॉक्टरों व फार्मासिस्ट से मारपीट की। इससे डॉ। चंद्रा और फार्मासिस्ट अरविंद लहूलुहान हो गए। दोनों को चेहरे व हाथ में काफी चोटें आई।

एक हमलावर पुलिस हिरासत में

डॉक्टरों के साथ मारपीट होने पर हॉस्पिटल में खलबली मच गई। शोरशराबा हुआ तो अन्य वार्डो से और भी डॉक्टर व अन्य स्टाफ निकल आए। एक साथ कई लोगों को देखकर मरीज का बेटा आरिस भागने लगा। डॉ। दिग्विजय सिंह समेत अन्य ने दौड़कर आरिस को दबोच लिया। उसे पकड़कर एडीएसआइसी कार्यालय पर बैठा दिया गया। इसी बीच अन्य तीमारदार मरीज को एंबुलेंस से लेकर अस्पताल से फरार हो गए।

मरीज के दिल में पानी भरा था। उसकी हालत गंभीर थी। इस कारण भर्ती करने से पहले परिवार वालों से लिखकर देने को कहा। इसी बात पर वे हमलावर हो गए। घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर दी है।

-डॉ.केएस गुप्ता, एडीएसआइसी