-एनआरआई सम्मेलन में स्वास्थ्य व्यवस्था करने में जुटा स्वास्थ्य विभाग

-प्रवासियों के हेल्थ केयर के लिए बनाया जाएगा माइक्रो प्लान

VARANASI

बनारस में होने वाले देश के 15वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। 21 से 23 जनवरी तक आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में शिरकत करने वाले मेहमानों की मेहमान नवाजी में कही कोई कमी न रह जाए इसके लिए युद्ध स्तर पर काम हो रहा है। एक तरफ जहां जिले के तमाम सरकारी विभाग अपने स्तर पर तैयारियां करने में लगे है। वहीं हेल्थ डिपार्टमेंट भी स्वास्थ्य सेवाएं देने में जुट गया है। मेहमानों को स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या न होने पाए इसके लिए प्लानिंग शुरू कर दी गई है। डिपार्टमेंट में चिकित्सक से लेकर एंबुलेंस तक की व्यवस्था पर मंथन हो रहा है।

20 से 25 बेड होंगे रिजर्व

स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो एनआरआई सम्मेलन में शामिल होने वाले प्रवासियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सभी सरकारी हॉस्पिटल में स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त कराया जाएगा। हॉस्पिटल में किसी भी तरह की कोई अव्यवस्था न हो इसके लिए दवा के इंतजाम से लेकर वार्डो को बेहतर बनाया जाएगा। इसके साथ ही जिले के हर हॉस्पिटल में प्रवासियों के लिए 20 से 25 बेड रिजर्व किए जाएंगे। ताकि उस दौरान अन्य मरीजों को किसी प्रकार के दिक्कत का सामना न करना पड़े। विभाग की ओर से जल्द ही एक माइक्रो प्लान तैयार किया जाएगा।

प्राइवेट हॉस्पिटल का भी साथ

स्वास्थ्य विभाग में प्रवासियों के लिए सरकारी हॉस्पिटल के साथ प्राइवेट हॉस्पिटल व चैरिटेबल नर्सिग होम को साथ लेने का प्लान भी तैयार किया जा रहा है। अधिकारियों की मानें तो देसी से लेकर विदेशी मेहमानों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में भी इंतजाम किया जाना है। इसके लिए जल्द ही प्राइवेट हॉस्पिटल व नर्सिग होम को दिशा निर्देश दिया जाएगा। यहां भी प्रवासियों के लिए बेड रिजर्व कराने की योजना बनाई गई है। यही नहीं उस दौरान 50 से ज्यादा एम्बुलेंस भी रिजर्व रखे जाएंगे।

पांच हजार मेहमान होंगे शामिल

तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में 5000 से अधिक मेहमान भाग लेंगे। जिसमें 1500 से 2000 विदेशी और अन्य भारतीय पर्यटक होंगे। इसके साथ ही उसमें भी मारीशस से वहां के पीएम के साथ 700 लोग भी बनारस आएंगे, जो यूपी बिहार के ही होंगे।

एनआरआई सम्मेलन को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। विभाग की ओर से जल्द ही माइक्रो प्लान तैयार किया जाएगा। जिसमें प्राइवेट व सरकारी हॉस्पिटल की भूमिका तय की जाएगी।

राजेश शर्मा, सूचना अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग