-निजी कम्पनी के साथ पर्यटन विभाग अस्सी घाट पर हॉट एयर बैलून की आज करेगा शुरुआत

-टूरिस्ट्स के साथ शहर के लोग ले सकेंगे उड़ने का मजा

फॉर योर इंफॉर्मेशन

हॉट एयर बैलून में उड़ने के लिए प्रति व्यक्ति पांच सौ रुपये करना होगा खर्च

-सुबह सात बजे से रात दस बजे तक भर सकते हैं उड़ान

-इसमें एक बार में पांच लोग हो सकते हैं सवार

-हॉट एयर बैलून से पर्यटन व्यवसाय में भी मिलेगा फायदा

-अस्सी घाट पर उड़ने वाले हॉट एयर बैलून का मजा टूरिस्ट् के साथ ही बनारसवासी भी उठा सकते हैं

VARANASI

गंगा किनारे अ‌र्द्धचंद्राकार में बसी दुनिया की प्राचीनतम नगरों में शामिल काशी की सुंदरता पर दुनिया निहाल है। इसकी खूबसूरती को आंखों में समाने के लिए लोग काफी वक्त तक इस शहर में बिताते हैं और गंगा की लहरों पर सवार होकर घाट दर घाट सफर करते हैं। बनारस आसमान से कैसा लगता है अगर यह जानना है तो हॉट एयर बैलून पर सवार होकर आसमान की सैर कर आइये। यही नहीं गंगा की लहरों पर सी प्लेन भी उतरेगा। यह भी आसमान की सैर करायेगा।

ले सकेंगे उड़ने का मजा

सांस्कृतिक संकुल स्थित क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय में शनिवार को सहायक पर्यटन अधिकारी विकास नारायण ने बताया कि हॉट एयर बैलून का संचालन ख्ब् दिसंबर से दो जनवरी तक निजी कंपनी द्वारा कराया जाएगा। इसमें बैठकर उड़ने के लिए प्रति व्यक्ति पांच सौ रुपये खर्च करने होंगे। पर्यटक सुबह सात बजे से लेकर रात दस बजे तक उड़ान भर सकते हैं। यह टीथर्ड बैलून है, जो एक स्थान पर ही बंधा होगा। इसमें एक बार में पांच लोग सवार हो सकते हैं। पर्यटन विभाग के अनुसार हॉट एयर बैलून से पर्यटन व्यवसाय में भी फायदा मिलेगा। एडवेंचर टूरिज्म के लिए अस्सी घाट पर उड़ने वाले हॉट एयर बैलून का मजा सैर-सपाटे के लिए आए टूरिस्ट् के साथ बनारसवासी भी उठा सकते हैं।

गंगा में उतरेगा सी प्लेन

जिस सी प्लेन की सवारी देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साबरमती नदी में की थी वैसा ही प्लेन उनके संसदीय क्षेत्र में गंगा नदी में उतरेगा। इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है। बनारस में टूरिस्ट्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए सी प्लेन चलाने की योजना बनायी गयी है। एयरलाइंस स्पाइस जेट ने इस सेवा की शुरुआत से लिए डीजीसीए के पास आवेदन भेजा है। एप्रुवल मिलते ही इसके लिए बनाये गये नियमों के तहत संचालन शुरू किया जाएगा।

जल्द दिखेगा पानी पे जहाज

देश में नदी और समुद्र किनारे बसे शहरों में सी प्लेन उड़ाने की महत्वाकांक्षी योजना है केन्द्र सरकार की। फ‌र्स्ट फेज में क्00 सी प्लेन चलेंगे। इसके लिए जिन शहरों को चुना गया है उनमें बनारस भी शामिल है। फिलहाल सी प्लेन के लिए देश में अलग से कोई नियम नहीं है। केन्द्र सरकार ने डीजीसीए को निर्देश दिया है कि तीन महीने में नियम बनायें ताकि सी प्लेन का संचालन हो सके।

सी प्लेन की ये है खासियत

-सी प्लेन जमीन के साथ-साथ पानी में कर सकता है टेक ऑफ और लैंड

-टेक ऑफ के लिए मात्र फ्00 मीटर जमीन या पानी की जरूरत होती है

-एक फीट गहराई वाले पानी में भी कर सकता है लैंड

-इनकी रफ्तार फ्फ्0 किमी प्रति घंटा होती है

-क्0 से क्ख् सीटें होती हैं सी प्लेन में

-क्ख्000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है

-केवल इंजन होता है, जहाज को एक पायलट उड़ाता है।

-इसकी सीटों को हटाया और लगाया जा सकता है

-सी प्लेन यात्रियों के साथ ही सामान ढोने या एम्बुलेंस के लिए भी किया जा सकता है