- होटल लैंडमार्क से गिरफ्तार बुकी एजेंट नयन रमेश शाह की जांच में हुए कई चौकाने वाले खुलासे

-आईपीएल टीमों के अधिकारियों के संपर्क में था बुकी का फिक्सर, टीमों के साथ ही चलता था

-लैंडमार्क होटल के जिस फ्लोर पर गुजरात लायंस टीम रुकी उसी में सुईट लिए था नयन शाह

- इंडिया व इंटरनेशनल लेवल पर 10-15 बुकीज को मैच से जुड़ी जानकारी मुहैया कराता था

- बुकी को दी रिपोर्ट से कहीं ज्यादा रन बना लिए थे लायंस ने, इस पर बुकीज ने दी थीं शाह को गालियां

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KANPUR: कानपुर के लैंडमार्क होटल से गिरफ्तार बुकी के एजेंट नयन रमेश शाह को लेकर पुलिस की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण तथ्य ये है कि बुकी एजेंट नयन शाह शुरुआत में 12वें फ्लोर के 1245 नंबर सुईट में ठहरा था। जिसे बाद में अमीषा पटेल को दिया गया। बिना टीम ऑफीशियल्स की जानकारी के ऐसा होना संभव नहीं दिखता। वहीं जांच में एक तथ्य अभी तक साफ नहीं हुआ है कि जो रुपया नयनशाह के रूम से बरामद हुआ, वह उसके पास कैसे आया। वहीं ग्रीनपार्क की पिच से छेड़छाड़ के मामले में अब पुलिस ग्रीनपार्क के ग्राउंड स्टाफ से भी पूछताछ करेगी। इसके अलावा अजमेर में बुकी बंटी भी राजस्थान पुलिस की गिरफ्त में होने की सूचना ि1मली है।

संबंधों की बदौलत मिला कमरा

बुकी एजेंट नयन शाह को लैंडमार्क होटल में सुईट दरअसल टीम मेंबर्स और ऑफिशियल्स के साथ संबंधों की वजह से मिला था। पुलिस के मुताबिक नयन शाह इससे पहले भी कई मैचों में इन टीमों के साथ ही आता जाता था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, बिना टीम ऑफीशियल्स से नजदीकी संबंधों के होटल के उसी फ्लोर में रूम मिलना संभव नहीं है। इस मामले में पुलिस होटल प्रबंधन की संदिग्ध भूमिका से भी इंकार नहीं कर रही है।

बंटी अजमेरी के घर पहुंची पुलिस

बुकी बंटी के घर अजमेर में कानपुर पुलिस की ज्वाइंट टीम और बीसीसीआई की विजिलेंस टीम ने फ्राईडे को छापा मारा। एसएसपी आकाश कुलहरि के मुताबिक बंटी अपनी पत्‍‌नी और बच्चों के साथ फरार है लेकिन उसके घर से 25 मोबाइल फोन, लैपटॉप और चिट्स बरामद हुई हैं। वहीं गुजरात का हनीफ अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। अफ्रीका के जिस नंबर से उसे ट्रेस करने की पुलिस कोशिश कर रही थी वह भी लगातार बंद है।

इतना पैसा कैसे लाया

नयन रमेश शाह के पास से पुलिस ने जो 4.70 लाख रूपया बरामद किया। वह उसके पास कैसे पहुंचा अभी तक ये साफ नहीं है। अगर वह इतना पैसा फ्लाइट से अपने साथ लाया था तो एयरपोर्ट पर उसे चेकिंग के दौरान क्यों नहीं रोका गया। अगर उसने कानपुर में अपने किसी कनेक्शन के जरिए यह पैसा मंगवाया तो होटल में मौजूद सिक्यूरिटी को क्यों इस बारे में पता नहीं चला? और अगर यह पैसा मैच के दौरान सट्टेबाजी के जरिए कमाया गया तो नयन शाह के पास होटल में सट्टे का पैसा किन लोगों ने पहुंचवाया जहां सिर्फ टीम मेंबर्स व ऑफीशियल्स ही जा सकते थे।

हर मैच में 20 लाख्ा की डील

नयन रमेश शाह को हर मैच के लिए 20 से 25 लाख रूपए मिलते थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक शुरुआत में वह कुछ अमाउंट बतौर एडवांस ले लेता था। उसके बाद वह पिच की रिपोर्ट देता था और मैच की स्थिति को लेकर एक शुरुआती रिपोर्ट दे देता था। अगर उसकी बताई रिपोर्ट के हिसाब से ही मैच होता था तो उसे मैच खत्म होने के बाद पूरी रकम मिल जाती थी। टीम के हारने पर पैसा रुक भी जाता था।

ग्रांउड स्टॉफ से होगी पूछताछ

ग्रीनपार्क की पिच को पाटा करने के लिए रमेश को पानी डालने का काम दिया गया था। उसने पानी डाला भी जिसके एवज में उसे 20 हजार रुपए भी मिले। पुलिस के मुताबिक, इस पूरे घटनाक्रम में ग्रीनपार्क के ग्राउंड स्टाफ की भूमिका संदिग्ध है। अगर रमेश ब्रांडिंग टीम में काम करता था तो वह पिच के पास क्या कर रहा था और उस पर पानी डालते समय पिच क्यूरेटर व ग्रीनपार्क का स्टाफ क्या कर रहा था।

BO कोडवर्ड के साथ होती थी बातचीत

दरअसल नयन शाह सिर्फ अमजेर के बंटी संग ही काम नहीं करता था। बल्कि इंडिया व इंटरनेशनल लेवल पर 10 से 15 बुकीज को वह मैच को लेकर जानकारी मुहैया कराता था। बुकीज से बातचीत करने के उसके कोडवर्ड भी थे। सट्टेबाजी से जुड़ी हर बातचीत के लिए वह BO कोडवर्ड का यूज करते थे। यह लिख कर ही सारी इंफॉर्मेशन को आगे बढ़ा देता था। नयन शाह की व्हाट्सएप चैट में हनीफ और बंटी के अलावा कई और भ्ाी बुकीज से आडियो चैट मिली है।

नुकसान पर मिली गालियां

दरअसल ग्रीनपार्क में मैच को लेकर पिच की जो रिपोर्ट नयन शाह ने बुकी बंटी को दी थी। गुजरात लायंस ने उससे ज्यादा रन बना लिए थे। इस पर व्हाट्स एप में आडियो चैट में बंटी ने नयन को काफी खरी खोटी भी सुनाई थी। जिसके बाद उसने गुजरात लायंस के दो प्लेयर्स से सेटिंग होने की बात कह और ज्यादा रुपयों की डिमांड की थी। देखने वाली बात यह भी है कि सट्टे में ज्यादा पैसा गुजरात लायंस की हार पर लगा था। और इतना बड़ा स्कोर बनाने के बाद भी टीम हार गई।