-पार्षदों के विरोध को देख मेयर ने एक अगस्त को बुलाई इमरजेंसी मीटिंग

-शासनादेश के मुताबिक निगम प्रशासन ने तैयार किया प्रपोजल

Meerut: शासनादेश के मुताबिक शहर में हाउस टैक्स में पांच गुणा तक बढ़ोतरी का प्रपोजल तैयार कर लिया गया है। वहीं हाउस टैक्स में वृद्धि के विरोध में लामबंद हो चुके पार्षद खुलकर निगम अफसरों के सामने आ गए हैं। पार्षदों के विरोधात्मक रवैये को देखते हुए मेयर ने एक अगस्त को पार्षदों की इमरजेंसी बैठक बुलाई है।

क्या है मामला

प्रदेश के नगर निगमों की आय बढ़ाने के उदद्ेश्य से शासन ने हाउस टैक्स में वृद्धि को लेकर एक शासनादेश जारी किया था। हाउस टैक्स वर्ष 2003 के बाद बढ़े भूमि के सर्किल रेट के प्रतिशत के बराबर हाउस टैक्स की दरों को बढ़ाना है। शासनादेश को लेकर निगम अफसरों ने शहर के प्रत्येक मोहल्ला, बाजार व वार्ड के हाउस टैक्स के रेट प्रस्तावित कर दिए हैं। हालांकि हाउस टैक्स में बढ़ोतरी वाले रेट बोर्ड की की अनुमति के बाद लागू किए जा सकेंगे। निगम सूत्रों की मानें तो प्रस्तावित रेट पुराने रेट से पांच गुना तक अधिक हैं। उधर पार्षदों ने इन रेट को किसी कीमत पर लागू न होने देने का बिगुल फूंक दिया है। पार्षदों का आरोप है कि निगम अफसरों टैक्स का उल्टा सीधा नोटिस भेजकर शहरवासियों से अवैध उगाही कर रहे हैं। मामले में बीच का कोई रास्ता निकालने के लिए मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने एक अगस्त को निगम बोर्ड की विशेष बैठक बुलाई है।

हाउस टैक्स से होने वाली निगम की आय को बढ़ाना तो जरूरी है, लेकिन पांच गुना टैक्स बढ़ाना शहर की जनता पर अत्याचार होगा। सर्वसहमति के आधार पर ही टैक्स की दर निर्धारित किया जाएगा।

-हरिकांत अहलूवालिया, मेयर