- 600 से 700 करोड़ रुपये कुल बकाया

68 करोड़ वसूलना है टैक्स जोन एक में

50 करोड़ के करीब टैक्स बाकी अन्य सात जोन में

29 करोड़ की वसूली हो चुकी है जोन एक में

1 दर्जन से अधिक भवन किए जा चुके सील

 

- निगम की ओर से नए सिरे से तैयार हो रही बकाएदारों की लिस्ट

- इंटरेस्ट वसूले जाने पर भी किया जा रहा है खास फोकस

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LUCKNOW: नगर निगम को करीब 700 से 800 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में वसूलने हैं। इस आंकड़े से साफ है कि अगर निगम को इतना टैक्स मिल जाए तो शहर में एक नई कॉलोनी बसाई जा सकती है या फिर जनता को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकती हैं। अब निगम की ओर से भी बकाएदारों पर खास फोकस करते हुए नए सिरे से बकाया टैक्स की लिस्ट बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। ऐसे लोगों की भी अलग से लिस्ट बनवाई जा रही है, जिनके ऊपर लाखों रुपये इंटरेस्ट बाकी है।

68 करोड़ वसूलना चुनौती
निगम का जोन एक बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस जोन में कई प्रमुख सरकारी कार्यालय हैं। आलम यह है कि इस जोन में निगम को करीब 68 करोड़ रुपये टैक्स वसूलना है। अभी तक निगम की ओर से 29 करोड़ के आसपास टैक्स की वसूली की जा चुकी है। हालांकि अभी तक निर्धारित वसूली के आधी भी टैक्स की वसूली नहीं हो सकी है।

जोनल अधिकारियों को जिम्मेदारी
टैक्स का एक-एक रुपये वसूलने के लिए कर अधीक्षकों के साथ-साथ जोनल अधिकारियों को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं नगर आयुक्त खुद टैक्स वसूली की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। इसी संदर्भ में मंगलवार शाम निगम में बैठक भी बुलाई गई, जिसमें एक-एक जोन के टैक्स संबंधी आंकड़ों की स्थिति देखी गई।

एक दर्जन भवन सील
लंबे इंतजार के बाद टैक्स वसूलने के लिए निगम की ओर से जोनवार अभियान भी चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान ऐसे लोगों के मकान सील किए जा रहे हैं, जिनके ऊपर लाखों रुपये टैक्स बाकी है। पिछले डेढ़ सप्ताह की बात करें तो सभी आठ जोन मिलाकर एक दर्जन के करीब भवन सील किए जा चुके हैं जबकि आधा दर्जन से अधिक भवन स्वामियों ने बकाया राशि का भुगतान भी कर दिया है।

हमारी ओर से बकाया हाउस टैक्स वसूलने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए जोनवार अभियान चलाया जा रहा है। नियमित रूप से अभियान की समीक्षा भी की जा रही है।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त