-गढ़पुरा, कुम्हारसों और मूसेपुर में 2012 में लगाए गए थे 11-11 कंम्प्यूटर

BEGUSARAI/PATNA: बदलते समय में डिजिटल इंडिया की बातें की जा रही है और हर कार्य के लिए कंप्यूटर की जानकारी अनिवार्य होने लगी है। सरकारी कार्यालयों से लेकर निजी कार्यालयों और व्यवसायियों के दुकानें तक कंप्यूटर से लैस हो गये हैं। ऐसी स्थिति में कंप्यूटर प्रशिक्षित युवकों की मांग हरेक क्षेत्र में तेजी से बढ़ती जा रही है। बावजूद इसके सरकार की हाई स्कूल केच् बच्चों का कंप्यूटर प्रशिक्षण की योजना ठंडे बस्ते में है। हाईस्कूलों में वर्ष 2012 में लाखों रुपए लगाकर खरीदे गये कंप्यूटर अब धूल फांक रहे हैं। इस पर ध्यान देना अब तक शिक्षा विभाग के अधिकारी उचित नहीं समझते हैं।

नहीं हैं कंप्यूटर शिक्षक

वैसे तो प्राइवेट स्कूलों में निचले क्लास से हर बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा दी जाती है लेकिन शिक्षा विभाग के कारनामों की वजह से हाईस्कूल के बच्चे डिजिटल युग में भी कंप्यूटर जैसी अहम शिक्षा से कोसों दूर हैं। इस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे कंप्यूटर शिक्षा से वंचित रह रहे हैं। हाईस्कूल गढ़पुरा, कुम्हारसों एवं मूसेपुर में वर्ष 2012 में नीट एंड कंपनी के द्वारा ग्यारह-ग्यारह कंप्यूटर सिस्टम, दो-दो जेनरेटर के अलावे अन्य सामग्रियां दी गई थी। इस संबंध मेंच्उच्च विद्यालय गढ़पुरा के प्रभारी प्रधानाचार्य देवेन्द्र पासवान ने बताया कि शुरुआती दौर में करीब दो वर्षों तक ही किसी तरहच् बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा का लाभ मिल सका। इसके दो वर्ष बाद ही विद्यालय से कम्प्यूटर शिक्षक को हटा लिया गया। इसकी वजह से स्कूल में पड़ा कम्प्यूटर बेकार पड़ा हुआ है। इस संबंध मेंच्उच्च विद्यालय मूसेपुर के प्रभारी प्रधानाचार्य शिव शंकर सेठ ने बताया कि कम्प्यूटर शिक्षक नहीं रहने से इसकी पढ़ाई नहीं होती है।