- 12 लाख विद्यार्थियों को लैपटॉप बांटने का खाका खींचा गया है।

- 21 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने प्रदेश में पास की है इंटर की परीक्षा

- 10 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स मेरठ क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय से पास

- 550 लैपटॉप धूल फांकते रहे थे पिछली साल

Meerut । माध्यमिक शिक्षा परिषद यानि यूपी बोर्ड से जारी इंटरमीडिएट के रिजल्ट ने शासन की लैपटॉप योजना का गणित बिगाड़ दिया है। दरअसल, बीजेपी ने चुनाव के दौरान वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद वह कॉलेज में दाखिला लेने वाले सभी युवाओं को लैपटॉप देने के साथ ही स्वामी विवेकानंद युवा इंटरनेट योजना के तहत महीने में एक जीबी डाटा फ्री देगी। लेकिन, योजना में बेहतर रिजल्ट के चलते बदलाव करने पड़ सकते हैं, ऐसे में योजना से सभी को लाभ मिलना मुश्किल हो सकता है।

12 लाख था लक्ष्य

योजना के तहत इस साल 12 लाख विद्यार्थियों को लैपटॉप बांटने का खाका खींचा गया है। मगर बंपर रिजल्ट ने लैपटॉप वितरण का सारा गणित बिगाड़ दिया है। लिहाजा विभाग में योजना के बाबत असमंजस है कि ये लैपटॉप किस तरह से सभी इंटर पास स्टूडेंट्स को मिल पाएंगे।

21 लाख से अधिक दावेदार

दरअसल, इस साल सरकार का महज 12 लाख ही लैपटॉप बांटने का लक्ष्य था। लेकिन इस साल बोर्ड रिजल्ट में इंटर के 20 लाख से अधिक स्टूडेंट पास है। इनमें मेरठ क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय से ही 10 लाख के आसपास है। इसके अलावा तकरीबन एक लाख सीबीएसई व सीआईएससीई बोर्ड से इंटरमीडिएट पास है। इस तरह से 21 लाख से अधिक परीक्षार्थी उत्तीर्ण है। शासन ने पिछले साल ही लैपटॉप के लिए जो टेंडर आमंत्रित किए थे। उसमें न्यूतनम दर 13, 490 रुपए प्रति नग थी। इस हिसाब से 21 लाख को लैपटॉप देने के लिए 28,329 करोड़ रुपए की दरकार होगी। वहीं इनमें से यदि 25 फीसद छात्र उच्च शिक्षा के लिए किसी शिक्षण संस्थान में दाखिल न लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं में तैयारी में जुटेंगे तो भी 15लाख 75 हजार छात्र स्नातक कक्षाओं में तो प्रवेश लेंगे ही। यानि माध्यमिक शिक्षा विभाग को पौने चार लाख छात्रों को लैपटॉप बांटने के लिए इंतजाम करना होगा।

पिछली सरकार में रहें वंचित

अगर हम पिछली सरकार की लैपटॉप योजना की बात करें तो पिछले साल

की योजना में भी शिक्षा विभाग में मेरठ में 550 लैपटॉप धूल फांकते रहें, लेकिन दावेदार स्टूडेंट्स को उनको बांटा ही नहीं गया था।

वर्जन

गत वर्ष श्रेणी निर्धारित कर लैपटॉप वितरण किया गया था। इस वर्ष भी सरकार कुछ न कुछ योजना तैयार करेगी। उसी के अनुरुप लैपटॉप वितरण की प्रक्रिया शुरु की जाएगी।

श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस