पवित्र हो कर शिवलिंग का करें अभिषेक
सबसे पहले प्रात काल स्नान आदि करके पवित्र हो जायें और उसके बाद शिवलिंग को शुद्ध जल या गंगाजल और दूध से स्नान करायें। इसके बाद पिंडी पर चंदन से अभिषेक करें। इसके बाद दूध, दही, शहद, घी, शक्कर, ईत्र, चंदन, केसर, भांग, बेलपत्र, धतूरे, शमीपत्र, पुष्प और फल भगवान पर चढ़ायें। इसके साथ ओम नम: शिवाय का जाप करते रहें।

करें मंत्रों का जाप
ओम नम: शिवाय के अलावा प्रौं ह्रीं ठः, ऊर्ध्व भू फट्, इं क्षं मं औं अं, नमो नीलकण्ठाय, ॐ पार्वतीपतये नमः, ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय और ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा जैसे मंत्रों का भी नियमित जाप करें। इनसे भी शिव शंकर प्रसन्न होते हैं। सुखमय जीवन के आर्शिवाद के लिए आप भगवान शिव की, मन्दारमालांकलितालकायै कपालमालांकितशेखराय।
दिव्याम्बरायै च दिगम्बराय नम: शिवायै च नम: शिवाय।, इस मंत्र से भी आराधना कर सकते हैं। 

Shiva puja

आरती और भोग से पूर्ण करें पूजा   
इसके बाद देशी घी के दिये से भगवान शंकर की आरती गायें और मिष्ठान और फल का भोग लगायें। दान पुण्य के लिए यथा संभव सामग्री निकालें और दान करें। इसके बाद भगवान का प्रसाद लेने के बाद भोजन करें। इन सारी विधियों को सच्चे मन से करने पर भगवान प्रसन्ना होते हैं और मनुष्य को धन समप्ति और सुख का आर्शिवाद प्राप्त होता है, ऐसा विद्वानों का मानना है।

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