-26 अतिरिक्त कक्ष, 40 शौचालय निर्माण और 3,135 परिषदीय स्कूलों में होनी थी रंगाई पुताई

-खंड शिक्षा अधिकारियों से मांगा गया शेष कार्य का विवरण, कार्य अधूरे होने पर रोका जाएगा वेतन

UNNAO: परिषदीय विद्यालयों को खुलने में मात्र आठ दिन बचे हैं। एक जुलाई से सभी परिषदीय स्कूल खुलने हैं। स्कूल बंद होने से पहले 16 ब्लाकों के स्कूलों में 26 अतिरिक्त कक्षा कक्षों का निर्माण कार्य व 40 शौचालयों को क्रियाशील करने का काम शुरू हुआ था। स्कूल खुलने से पहले निर्माण कार्य पूरा होना था। लेकिन अब तक सिर्फ 70 फीसदी काम ही हो पाया है। सवाल ये है कि शेष बचा 30 फीसदी कार्य मात्र 8 दिनों में कैसे पूरा हो सकेगा?

छुट्टियां मना रहे जिम्मेदार शिक्षक

निर्माण कार्य का काम प्रधानाध्यापकों और इंचार्ज शिक्षकों को इस जिम्मेदारी के साथ सौंपा गया था कि वह विद्यालय खुलने से पूर्व सारे कार्य समय रहते करा लें। इसके अलावा स्कूलों के खुलने से पहले 3,135 परिषदीय स्कूलों में रंगाई व पुताई आदि का कार्य भी कराया जाना था। उसमें भी लगभग 80 फीसदी कार्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है। हाल यह है कि जिन विद्यालयों के शिक्षकों को इस कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई थी वह गर्मी की छुट्टियों मना रहे हैं। कोई सैर सपाटा कर रहा है तो कोई नाते रिश्तेदारी में परिवार समेत गया हुआ है।

बीएसए ने मांगी रिपोर्ट

बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ। मुकेश कुमार सिंह का साफ शब्दों में कहना है कि शिक्षण संबंधी किसी भी कार्य में जरा भी लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में अभी तक कार्य पूरा नहीं हो सका है वहां के प्रधान अध्यापकों व इंचार्ज शिक्षकों का वेतन रोक दिया जाएगा। उन्होंने इसके लिए समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को अब तक के काम की रिपोर्ट देने को कहा है, साथ ही हर हाल में 30 जून तक इन कार्यों को पूरा कराए जाने के निर्देश दिए हैं।