- विभागों ने दिए अस्थाई काम के प्रस्ताव

- अवस्थापना निधि इसमें नहीं हो सकती खर्च

HARIDWAR : कांवड़ मेले की व्यवस्थाओं को लेकर बजट कहां से आएगा यह अब तक तय नहीं हो पाया है। विभागों के अस्थाई कामों के प्रस्तावों के बाद एचआरडीए ने बजट देने से हाथ खड़े कर दिए हैं। अवस्थापना मद में यह बजट दिया जाना था। अब मेले की तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं।

पूर्व अपर सचिव ने की थी बैठक

कांवड़ मेले में व्यवस्थाएं जुटाना प्रशासन के लिए हमेशा ही चुनौतीपूर्ण काम रहा है। मेला आठ दिन बचे हैं, अब तक बजट का कुछ अता-पता नहीं है। तीन सप्ताह पूर्व अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा की अध्यक्षता में कांवड़ मेले को लेकर बैठक हुई थी, जिसमें मेले के कामों के लिए हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) को तीन करोड़ रुपये देने को कहा गया था। अवस्थापना निधि से यह बजट दिया जाना था। बैठक में यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि स्थाई या अस्थाई किन कामों के लिए बजट दिया जाएगा। मेले-पर्वो में होने वाले अस्थाई कामों को धन देने का कोई प्रावधान नहीं है।

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विभागों के प्रस्ताव

-स्वास्थ्य विभाग - करीब तीस लाख के काम।

- पुलिस विभाग - करीब पच्चीस लाख के काम।

- नगर निगम - करीब पचास लाख के काम।

अस्थाई कामों के लिए बजट का प्रावधान नहीं हो सकता। विभागों से मिले प्रस्ताव शासन को भेज दिए गए हैं।

- एसए मुरुगेशन, उपाध्यक्ष, एचआरडीए

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जब तक मेला नोटिफाइड नहीं होता तब तक परेशानी रहेगी। अभी कांवड़ के लिए कोई बजट नहीं मिला।

- एचसी सेमवाल, डीएम हरिद्वार