- दंपति ने इकलौते बेटे को 50 हजार रुपए में बेच डाला

- डेढ़ वर्ष पहले दंपति ने सिजेरियन का बिल चुकाने को लिया था कर्ज

- एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल को लगी भनक, दंपति के घर पहुंची

- बच्चे के माता-पिता, मीडिएटर नर्स और खरीदार युवती गिरफ्तार

देहरादून: सिजेरियन का कर्ज चुकाने के लिए एक माता-पिता ने अपना इकलौता बच्चा बेच दिया। एक रिटायर्ड फौजी की अविवाहित बेटी ने दंपती की लिखित सहमति से बच्चे का सौदा किया। मामले की भनक लगते ही पुलिस के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने मौके पर पहुंचकर मामले का पर्दाफाश किया। पुलिस ने बच्चा अपने कब्जे में ले लिया है, इसके साथ ही बच्चे के माता-पिता, खरीदार युवती और सौदे की मीडिएटर एक नसर्, को हिरासत में ले लिया है। सभी के खिलाफ ह्यूमन ट्रैफिकिंग का केस दर्ज किया गया है।

परिचित से लिए थे 20 हजार उधार

मामला विकासनगर थाना क्षेत्र के बाबूगढ़ इलाके का है। पुलिस ने जानकारी दी कि यहां परविंदर उर्फ रॉकी अपनी पत्‍‌नी सिमरन के साथ रहता है और मजदूरी करता है। डेढ़ वर्ष पहले उसकी पत्‍‌नी की सिजेरियन डिलीवरी हुई थी, इसके लिए उसने अपने परिचित से 20 हजार रुपये कर्ज लिया था, लेकिन चुका नहीं पा रहा था।

इकलौता बच्चा था अर्जुन

यह उनका पहला बच्चा था। इस बीच, सिमरन ने वहां के एक निजी अस्पताल की नर्स कांता राणा को यह बात बताई और अपने बच्चे अर्जुन को बेचने की इच्छा जताई। नर्स ने गढ़ी कैंट घंघोड़ा निवासी अपनी सहेली पूजा गुरुंग से संपर्क कर 50 हजार रुपये में बच्चे का सौदा करवाया। पूजा ने उससे बच्चा गोद लेने की इच्छा जताई थी, पूजा के पिता रिटायर्ड सूबेदार हैं।

50 हजार रुपए में हुआ था सौदा

विकासनगर थाना इंचार्ज महेश जोशी ने बताया कि पिछले वर्ष 3 दिसंबर को बच्चे का सौदा किया गया। बच्चा खरीदने वाली युवती पूजा गुरुंग ने सादे कागज पर दो रुपये का टिकट लगाकर बच्चे के मां-पिता की सहमति ली। साथ ही दंपती को बच्चे की एवज में 50 हजार रुपये का चेक दिया। दंपती ने शनिवार को यह चेक कैश करवाया।

माता-पिता सहित चार गिरफ्तार

रविवार को पूजा गुरंग बच्चे को लेने के लिए आई थी, एंटी ह्यूमन ट्रैफि¨कग सेल और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्चे को अपने कब्जे में ले लिया। साथ ही बच्चे के मां-पिता, मीडिएटर नर्स कांता राणा और बच्चा खरीदने वाले युवती पूजा गुरुंग को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में सारी कहानी सामने आने पर चारों को गिरफ्तार कर लिया गया। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल के दरोगा की तहरीर पर चारों के खिलाफ मानव तस्करी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मासूम अर्जुन फिलहाल पुलिस की निगरानी में रहेगा।

नर्स पर कमीशन का शक

मामले में यह बात भी सूत्रों के हवाले से सामने आ रही है कि नर्स ने बच्चे का सौदा करने के लिए कमीशन भी ली। हालांकि, आरोपी नर्स ने इस बात से साफ इनकार किया है।

'बच्चे को बेचने वाले दंपती, मीडिएटर नर्स और बच्चे को खरीदने वाली युवती को गिरफ्तार कर लिया है। युवती ने बच्चा गोद लेने की बात कही, लेकिन उसका तरीका गैर कानूनी है। चारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.'

महेश जोशी, थाना इंचार्ज, विकासनगर

दोनों पक्षों के बीच बच्चे के एडॉप्शन को लेकर सहमति बनी थी, मामला चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के संज्ञान में लाया गया है। आगे का कार्यवाही सीडब्ल्यूसी द्वारा की जाएगी।

- सरिता डोबाल, एसपी, रूरल।