छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने के लिए एमजीएम कॉलेज में खोले गए केंद्र पर गुरुवार को एक भी मरीज का कार्ड नहीं बनाया गया। मरीज यहां-वहां भटकते रहे। इस दौरान उन्हें बताया गया कि उनका कार्ड तभी बनेगा जब वो अस्पताल में भर्ती होंगे। इससे लोगों में नाराजगी है। कई मरीजों ने केंद्र में हंगामा किया। एमजीएम अधीक्षक डा। एसएन झा से मामले की शिकायत की लेकिन, उनकी कहीं भी नहीं सुनी गई।

खराब है मशीन

एमजीएम अधीक्षक ने भी लोगों को भर्ती वाली बात ही समझाई और कहा कि योजना का लाभ तभी मिलेगा जब डाक्टर का नाम लिखना होगा। इस पर वहां मौजूद शास्त्रीनगर से आए मरीज रोहित ने इसका प्रतिवाद करते हुए कहा कि डाक्टर का नाम तो तब लिखना होगा जब हम बीमा का क्लेम करेंगे। इसका जवाब डाक्टर नहीं दे सके। एमजीएम अस्पताल में सुबह 10 बजे से ही आयुष्मान भारत का कार्ड बनाने वाले रूम में मरीजों और अन्य लोगों की भीड़ थी। कई महिलाएं भी आई थीं। लेकिन, सबको यही बताया गया कि अभी एमजीएम में कार्ड नहीं बनाया जा रहा है। यहां की मशीन खराब है।

फिर भी नहीं बना कार्ड

बिरसानगर के जोन नंबर एक का रहने वाला होमगार्ड राजेश कुमार किडनी का मरीज है। उसकी किडनी खराब है। राजेश को आयुष्मान भारत योजना से उम्मीद जगी कि उसका अब मुफ्त इलाज हो जाएगा। लेकिन, ऐसा नहीं हो सका। राजेश कुमार के साथ आए विनोद ने राजेश को एमजीएम में भर्ती तो करा दिया लेकिन, सर्वर डाउन होने से उसका कार्ड नहीं बन सका।

बुधवार से डाउन है सर्वर

आयुष्मान भारत योजना की वेबसाइट का सर्वर बुधवार से ही डाउन है। बुधवार को मरीजों ने गोल्डन कार्ड नहीं बनने पर केंद्र में हंगामा किया था। लेकिन, अब तक इसे सुधारा नहीं जा सका है। अस्पताल अधीक्षक डा। एसएन झा ने बताया कि सुबह से ही मिस्त्री कंप्यूटर और सर्वर ठीक करने में लगे थे लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ।

जानें योजना के बारे में

-आयुष्मान भारत योजना ओपीडी के लिए नहीं है।

-भर्ती होने वाले मरीजों को ही मिलेगा लाभ।

-यह योजना बीपीएल या सालाना 72 हजार रुपये कम आमदनी वाले लोगों के लिए है।

-लाल या पीला राशन कार्ड धारक ले सकते हैं इसका लाभ।

-राशन कार्ड नहीं रहने पर अंचल कार्यालय से आय प्रमाण पत्र और साथ में एक आईडी लाना होगा।

-1366 बीमारियों में योजना का लाभ मिलेगा।

(एमजीएम के अधीक्षक डा। एसएन झा ने बताया)