RANCHI (4 छ्वह्वठ्ठद्ग) : शहर में साफ-सफाई का जिम्मा संभाल रही एमएसडब्ल्यू एजेंसी अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं लाती है तो उसे डिबार किया जाएगा। सोमवार को रांची नगर निगम में सोमवार को हुई बोर्ड की स्पेशल मीटिंग में सफाई एजेंसी के काम करने के तौर-तरीकों को लेकर पार्षदों ने जमकर हंगामा हुआ। पार्षदों के हल्ला बोल को देखते हुए डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय और नगर आयुक्त ने आश्वासन दिया कि अगर एजेंसी सफाई अभियान में तेजी नहीं लाती है तो अगली बोर्ड मीटिंग में नियमावली के तहत एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही की जाएगी।

सफाई नहीं तो यूजर चार्ज क्यों

नगर निगम की बोर्ड मीटिंग में पार्षदों ने आरोप लगाया कि जब मोहल्लों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम नहीं हो रहा है। एजेंसी के कर्मी हमारी बातों को दरकिनार कर देते हैं। ऐसे में एजेंसी को यूजर चार्ज वसूलने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने बिना सफाई के यूजर चार्ज वसूले जाने पर रोक लगाने की मांग की।

मान-सम्मान से खिलवाड़

बोर्ड मीटिंग में वार्ड और नालियों की साफ-सफाई का मुद्दा छाया रहा। पार्षदों ने कहा कि सफाई करने वाली एमएसडब्ल्यू के कर्मचारी उनकी बातों को तरजीह नहीं देते हैं। फोन करने पर भी उसका वे रिस्पांस नहीं करते हैं। उनकी समस्याओं से एजेंसी के सुपरवाइजर को कोई मतलब नहीं है। बातचीत करने का लहजा भी उनका काफी बेतुका होता है। ऐसा लगता है कि पार्षदों का कोई मान-सम्मान नहीं है। अगर ऐसे ही हालत रहे तो पार्षदों की क्या अहमियत रह जाएगी।

फॉगिंग के नाम पर तेल का खेल

फागिंग का मामला उठाते हुए पार्षदों ने कहा कि उनके इलाके में फागिंग कराई ही नहीं जाती है। एक घंटे में ही गाड़ी वार्ड में घूमकर तेजी से निकल जाती है। ऐसे में हर दिन फॉगिंग के नाम पर तेल का बिल कैसे बन जाता है। पार्षदों ने यह भी कहा कि सुपरवाइजरों की मिलीभगत से फॉगिंग के नाम पर तेल का खेल चल रहा है। इसकी जांच कराने की जरूरत है।

स्प्रे से नहीं भागते हैं मच्छर

पार्षद कुलभूषण डुंगडुंग ने कहा कि शहर में साफ-सफाई की व्यवस्था बदतर होती जा रही है। नालियों में जो केमिकल स्प्रे के तौर पर डाला जा रहा है, उसका कोई असर नहीं देखने को मिल रहा है। न तो मच्छर मरते हैं और न ही भागते हैं। मच्छरों का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है।

पार्षदों के साथ हेल्थ ऑफिसर करेंगे मीटिंग

बोर्ड की स्पेशल मीटिंग में वार्डो की साफ-सफाई को लेकर कई निर्णय लिए गए। अब असिस्टेंट हेल्थ ऑफिसर हर दिन तीन वार्ड के पार्षदों के साथ समीक्षा बैठक करेंगी। इसमें वार्डो में साफ-सफाई को लेकर एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा।