ये था मामला

आईईटी खंदारी के स्टूडेंट्स अपनी मांगोंं को लेकर कई दिनों से प्रदर्शन कर है। इस दौरान उनको एडमिनिस्ट्रेशन सॉल्व करने के सिर्फ वादे ही करता रहा। पिछले दिन प्रदर्शन के दौरान डिप्टी रजिस्ट्रार बालाजी यादव ने लिखित में उनकी मांगे मानने का वादा दिया था। लेकिन, मंडे तक मांगे पूरी नहीं हुई। इस पर स्टूडेंट यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंच गए।

क्लर्क ने दी गालियां

स्टूडेंट्स के वीसी ऑफिस पहुंचने पर वीसी ऑफिस में तैनात प्रमोद ने चेंबर के गेट में ताला डाल दिया। उसके बाद उसने स्टूडेंट्स को गालियां देना शुरू कर दिया। इस पर स्टूडेंट्स ने भी जमकर मुंह जुबानी पटलवार किया।

जूता दिखाने पर भड़के स्टूडेंट्स

 क्लर्क प्रमोद पहले भी विवादों मे रहा है। कुछ महीने पहले दो छात्राओं के साथ इन पर मारपीट का आरोप भी लग चुका है। मंडे को उसने गुस्साए स्टूडेंट्स को जूता दिखाया। इस अपमान से नाराज होकर स्टूडेंट्स ने वीसी ऑफिस में जमकर पथराव किया। इन लोगों ने एसी और ऑफिस की विंडो तोड़ डाली।

डिप्टी रजिस्ट्रार से नोकझोंक

 स्टूडेंट्स अपनी मांगों को लेकर रजिस्ट्रार ऑफिस भी गए। वहां उनको आईईटी खंदारी की डायरेक्टर सुषमा लहरी मिलीं। जिनसे भी स्टूडेंट्स की जमकर नोकझोंक हुई। बात बढ़ते देख वो वहां से चलती बनी। इसके बाद स्टूडेंट्स की जमकर नोकझोंक डिप्टी रजिस्ट्रार प्रभाष द्विवेदी से हुई।

वर्जन

हम तो स्टूडेंट्स के हितों की बात करने के लिए यूनिवर्सिटी गए थे। लेकिन बात मनवाने का यह कोई तरीका का नहीं होता है।

प्रो। सुषमा लहरी, डायरेक्टर आईईटी खंदारी

वर्जन

स्टूडेंट्स ने जो पथराव किया है वो गैर कानूनी है। उनको पथराव नहीं करना चाहिए था।

प्रभाष द्विवेदी, डिप्टी रजिस्ट्रार