Lucknow: सपा सरकार के पहले बजट सत्र के पहले दिन बसपा सदस्यों ने खूब हंगामा किया। प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बीएसपी विधायक बैनर लहराकर नारेबाजी करने लगे। विधायकों ने महामहिम के अभिभाषण में बाधा पैदा करने की कोशिश की। हंगामा बढ़ता देख सदन को 12 बजकर 20 मिनट तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
क्यों बुलाया है सत्र
सोमवार सुबह राज्यपाल बीएल जोशी ने बजट सत्र शुरू होते ही जैसे ही अपना अभिभाषण पढऩा शुरू किया वैसे ही बीएसपी विधायकों ने राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। स्वामी प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में हाथों में बैनर लिए बीएसपी विधायकों ने विधानसभा में जबरदस्त नारेबाजी की और राज्यपाल की ओर कागज के टुकड़े फेंके.
हंगामा बढ़ता देख स्पीकर माता प्रसाद पाण्डेय ने सदन की कार्रवाई दिन में साढ़े बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। सदन की कार्रवाई दोबारा शुरु हुई तो बसपाई विधायक सदन से वॉक आउट कर गये। इसके बाद स्पीकर ने महामहिम का पूरा अभिभाषण पढ़कर सदन को सुनाया.
इस दौरान बीजेपी विधान मण्डल दल के नेता हुकुम सिंह ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुआ कहा कि संदेश में यह नहीं लिखा है कि यह सत्र किस लिये बुलाया गया है और गवर्नर के कार्यकाल पूरा होने और नये गवर्नर की नियुक्ति को लेकर अनिश्चितता जाहिर की। दोनों ही सवालों को स्पीकर ने रिजेक्ट कर दिया।
सरकार को बेनकाब करेंगे
 बसपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने मीडिया से कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है। सरकार उसे रोक थाम करने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है। प्रदेश सरकार ने ट्रांसफर पोस्टिंग को उद्योग बना लिया है। एक-एक अधिकारी का चार-चार बार ट्रांसफर किया जा रहा है। नसीमुद्यीन सिद्यीकी ने कहा कि गेंहू खरीद से लेकर कानून व्यवस्था में सरकार पूरी तरह विफल साबित हो रही है। हम सरकार को बेनकाब करेंगे।