-शिक्षा का अधिकार पाने को फ्राइडे से कलेक्ट्रेट पर पिता के साथ कर रही हैं भूख हड़ताल

-छात्राओं की मां ने भी शुरू की भूख हड़ताल, सामाजिक संगठन भी आए साथ

BAREILLY:

स्कूल में एंट्री पर लगी बैन से आहत होकर भूख हड़ताल पर बैठी दोनों छात्राओं की तबीयत सैटरडे को बिगड़ गई। उन्हें एंबुलेंस से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। हालत में सुधार होने के बाद परिजनों ने उन्हें घर भेज दिया। जबकि, पिता अभी भी हड़तालरत हैं। सनद रहे कि शहर के एक नामचीन स्कूल में दोनों छात्राएं पढ़ती हैं। स्कूल प्रबंधन का कहना कि इन पर 2 लाख रुपए फीस बकाया है। जबकि, पेरेंट्स का कहना है कि इनका एडमिशन आरटीई के तहत हुआ था। स्कूल वाले जबरिया फीस मांग रहे हैं। वहीं शिक्षा का अधिकार पाने की इन बेटियों की लड़ाई में सामाजिक संगठन भी साथ आने लगे हैं। सैटरडे को गरीब शक्ति दल की महिला प्रकोष्ठ की शिल्पी शेट्टी उनके समर्थन में पहुंची।

एंबुलेंस का करते रहे इंतजार

खुशी और खनक के पिता मनोज ने बताया कि सुबह से ही बेटियों की हालत खराब होने लगी थी। एलआईयू इंस्पेक्टर ने उनकी हालत बिगड़ते देखी तो कोतवाली पुलिस को सूचना देने के साथ ही एंबुलेंस बुलाने के लिए फोन किया, लेकिन एक घंटा इंतजार करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची और दोनों छात्राओं की हालत बिगड़ती गई।

चीता पुलिस ने कराया एडमिट

एक तरफ बेटियों की हालत बिगड़ती जा रही थी वहीं दूसरी एंबुलेंस का कोई पता नहीं था। इसी दौरान वहां पहुंचे चीता पुलिस के सिपाहियों ने फोन करके एंबुलेंस बुलाई। इसके बाद दोनों को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।

पिता मनोज की भी बिगड़ी हालत

सैटरडे शाम दोनों बेटियों की हालत कुछ खास सुधार नहीं हो सका था, इधर भूख हड़ताल पर बैठे उनके पिता मनोज की हालत भी बिगड़ने लगी तो एलआईयू इंस्पेक्टर ने अधिकारियों को सूचना दी, लेकिन देर शाम तक न हो स्वास्थ्य विभाग की टीम चेकअप के लिए पहुंची और न ही प्रशासन का अधिकारी पहुंचा।

फीस तो देनी ही पडे़गी

पिता के साथ भूख हड़ताल पर बैठी दोनों बेटियां फीस माफी और इसी स्कूल में पढ़ाई जारी रखने की मांग पर अड़ी हैं। लेकिन स्कूल प्रबंधन पूरी फीस लेने की बात पर अड़ा हुआ है। स्कूल की प्रिंसिपल का साफ कहना है कि फीस तो देनी ही पड़ेगी। बिना फीस दिए आगे पढ़ाई जारी नहीं कर सकती हैं। उनका कहना है कि इस बारे में जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी उनकी बात हो चुकी है।