RANCHI: अरगोड़ा थाना में पिछले क्0 जून से गैरकानूनी तरीके से बंद अपने पति व एक संबंधी को छुड़ाने के लिए एक गर्भवती दर-दर की ठोकरें खा रही है। कभी एसएसपी के पास तो कभी थाने का चक्कर लगा-लगाकर थक चुकी पीडि़ता ने हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है।

क्या है आवेदन में

आवेदन में शालिनी सांगा ने लिखा है कि उनके पति दीपक मुण्डा, ग्राम-जोरार, थाना-नामकोम, जिला- रांची और डेविड मुण्डा, पिता- स्वर्गीय विनोद मुण्डा को पिछले क्0 जून को अरगोड़ा थाना की पुलिस पूछताछ के नाम पर ले गई, लेकिन अब तक दोनों को नहीं छोड़ी है। शालिनी का कहना है वह इस संबंध में एसएसपी से भी मुलाकात की। शालिनी के अनुसार, एसएसपी ने भी अनभिज्ञता जाहिर करते हुए थाना जाने को कहा। गर्भवती शालिनी का यह भी कहना है कि वह अपने बेकसूर पति को पुलिस के चंगुल से छुड़ाने के लिए दौड़ते-दौड़ते अब परेशान हो गई है। शालिनी सांगा निराश होकर थाने से निकली।

क्या कहती है पुलिस

इधर, अरगोड़ा पुलिस का कहना है कि दोनों युवकों के बारे में कुछ सूचना मिली है। उस आधार पर छापेमारी हो रही है। शालिनी के पति को गिरफ्तार नहीं किया गया है, उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।