RANCHI : मांडर थाना एरिया के महुआजाड़ी गांव में पति द्वारा पत्नी को जिंदा जला देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सोमवार की रात 8.30 बजे के आसपास की यह घटना है। घटना की सूचना मिलने के बाद मांडर पुलिस गांव पहुंचीं तो मुखिया और ग्रामीणों ने उसे लौटने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने पुलिस के समक्ष किसी की हत्या किए जाने की बात से इंकार कर दिया। ऐसे में न तो हत्या की प्राथमिकी ही दर्ज की गई है और न ही आरोपी पकड़ा जा सका है। हत्या के इस मामले में कुछ भी कहने से पुलिस कतरा रही है।

यह है मामला

जानकारी के मुताबिक, सोमवार की रात सुकरा उरांव अपने भतीजे के साथ घर के बाहर शराब पी रहा था। इस दौरान तारा देवी अपने पति सुकरा को घर चलकर भोजन करने के लिए कहा तो वह गुस्से से आग-बबूला हो उठा। उसने मौके पर ही पत्नी तारा देवी की पिटाई शुरु कर दी। इसके बाद उसे घसीटते हुए घर के अंदर ले गया और दरवाजा बंद कर लिया। फिर, उसके शरीर पर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

मर्डर नहीं सुसाइड

सुकरा द्वारा पत्नी को जला दिए जाने की जानकारी जब आदिवासी समाज को हुई तो उन्होंने इसे गांव में सलटा लिए जाने का फैसला लिया। मंगलवार को जब पुलिस गांव में पहुंची तो ग्रामीणों ने यहां किसी की भी हत्या किए जाने की बात से साफ इंकार कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि तारा की मौत जल जाने से हुई है न कि उसे केरोसिन छिड़ककर जलाया गया है। उन्होंने आरोपी सुकरा को छोड़ देने का आग्रह पुलिस से किया। ऐसे में मांडर पुलिस बिना किसी तरह की कार्रवाई किए वापस हो गई।

नहीं हुई कोई कंप्लेन, कैसे करें कार्रवाई

पति ने पत्नी को जिंदा जला डाला, पर मांडर पुलिस किसी भी तरह की कार्रवाई करने में अपने को असमर्थ महसूस कर रही है। पुलिस का कहना है कि किसी ने भी न तो हत्या किए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है और ना ही आत्महत्या किए जाने की बात कोई कह रहा है। ऐसे में बिना शिकायत दर्ज किए पुलिस कैसे कार्रवाई कर सकती है।