सर्विलांस से पता चली हकीकत

सुभाष पर पुलिस को घटना वाली रात से ही शक था। सीओ फोर्थ हेमंत कुटियाल के अंडर में सर्विलांस और थाने की टीम गठित की गई। पुलिस ने सुभाष के नए व पुराने नंबर सर्विलांस पर लगा रखे थे। इन्हीं में से एक नंबर पर पुलिस को कुछ हिंट्स मिले। उन्होंने सुभाष की मौसेरी बहन नीता से संडे शाम पूछताछ की। नीता ने सुभाष से संबंधों के बारे में कबूल तो लिया लेकिन उसका हत्या में कोई रोल नहीं निकला। उसके बाद पुलिस ने सुभाष से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया।

इसी साल हुई थी शादी

सुभाष ने बताया कि उसकी शादी 12 फरवरी 2013 को हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद ही उसके अपनी मौसेरी बहन नीता से रिलेशन हो गए। नीता उसके भाई के घर में ही रह रही थी। रिक्खी सिंह इंटर कॉलेज में 11वीं की स्टूडेंट है। सुभाष और नीता के बारे में सपना को पता चल गया था। इसी बात को लेकर कई बार सुभाष ने उसके साथ मारपीट भी की।

गड्ढे में छुपाया तमंचा

सुभाष ने सपना को रास्ते से हटाने की प्लानिंग की। वह करीब तीन महीने पहले बिनावर से तमंचा खरीद लाया और कमरे में छुपा कर रख लिया। 17 सितंबर को उसने सपना से कहा कि गांव में चलकर रहेंगे। कचौली के पास उसने टॉयलेट के बहाने साइड में बाइक रोकी और हवाई फायरिंग की। सपना ने पूछा तो जवाब दिया कि चेक कर रहा हूं गोली चल रही है कि नहीं। फिर उसने एकदम से सपना को सीने में गोली मार दी। जब सपना जमीन पर गिर गई तो पीछे से सिर में भी गोली मार दी। इसके बाद कुंडल, पहनी हुई ज्वैलरी और तमंचा एक पॉलीथिन में रखा और पेड़ के नीचे गड्ढा खोदकर छुपा दिया। फिर उसने अपने हाथ में गोली मारी और पुलिस व परिजनों को लूट की सूचना दे दी।

कड़ी सजा की request

नीता ने बताया कि उसके सुभाष के साथ संबंध थे लेकिन उसे नहीं पता था कि वह नीता का मर्डर कर देगा। एसएसपी ने मामले में उसका कोई रोल न होने पर उसे क्लीन चिट दे दी है। सपना के पिता राजाराम अपने दामाद की करतूत देखकर अपने आंसू रोक न सके। उन्होंने एसएसपी से सुभाष को मौत की सजा दिलवाने की रिक्वेस्ट की।