एक साथ मिलकर कर रहे प्रचार प्रसार

वार्ड नंबर 56 से पार्षद रह चुके सचिन गुप्ता को इस बार महिला सीट होने की वजह से टिकट नहीं मिल सका, लेकिन उनके द्वारा किए गए बेहतर कार्य को देखते हुए पार्टी ने उनकी पत्नी नेहा गुप्ता को इस वार्ड का टिकट दिया। चार साल पहले शादी के बंधन में बंधे नेहा और सचिन एक दूसरे के बहुत अच्छे फ्रेंड्स भी हैं। चुनाव करीब है, ऐसे में दोनों एक साथ मिलकर प्रचार प्रसार कर रहे हैैं। किस एरिया में जाना है ये एक दिन पहले ही तय कर लिया जाता है। बीजेपी कैंडीडेट नेहा गुप्ता की माने तो पति द्वारा किया गया शानदार कार्य उन्हें जीत दिलाएगा। इसके अलावा वे खुद भी डोर टू डोर जाकर लोगों से मिल रही हैं। वार्ड के पूर्व पार्षद रहे सचिन भी अपनी पत्नी को जीत दिलाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

चुनावी रणनीति होती है एक दिन पहले तैयार

वार्ड नंबर 48 से पार्षद पद के उम्मीदवार ओमेंद्र भाटी 21 अप्रैल को शादी की सिल्वर जुबली मनाने वाले हैं। पत्नी आशा भाटी पति की जीत दर्ज कराने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं। सुबह के समय वार्ड में जनता से मिलने का क्रम देर रात तक चलता रहता है, जिसमें मिस्टर भाटी की वाइफ हर समय उनके साथ रहती हैं। मिसेज भाटी पति की डाइट से लेकर उनकीहेल्थ का पूरा ख्याल रखती हैं। दोपहर की तेज धूप में भी उनके कदम पति के साथ-साथ ही चलते हैं। बीजेपी के कैंडीडेट ओमेंद्र भाटी के मुताबिक, वार्ड की बेहतर देखभाल वही कर सकता है जो अपने परिवार के लिए सही हो। इसके पहले इस वार्ड से आशा भाटी पार्षद रह चुकी हैं।

कठिन समय में एक दूसरे का पूरा साथ

वार्ड नंबर 28 अधोईवाला(उत्तर) से कांग्र्रेस कैंडीडेट संजीव मल्होत्रा व उनकी पत्नी रचना मल्होत्रा भी चुनाव के कठिन समय में एक दूसरे का पूरा साथ दे रहे हैं। पति-पत्नी रात के समय ही डिसाइड कर लेते हैं कि किस-किस एरिया में जाना है। वेडनसडे को मिस्टर मल्होत्रा ने जहां अधोईवाला व अन्य क्षेत्र की कमान संभाली तो मिसेज ने कालन कुंज सहित कई एरियाज में जनता से मिलकर पति को वोट देने की अपील की। हाउस वाइफ रचना के लिए ये काम काफी मुश्किल था फिर भी वे पति के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़े होकर जनता का आशीर्वाद मांग रही हैं।